Chardham Yatra: चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला जारी है. मई के पहले सप्ताह में शुरू हुई यात्रा के बाद से अब तक 60 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग की एक अधिकारी ने दी.


समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ.शैलजा भट ने कहा, '3 मई से शुरू हुई चारधामा यात्रा में अब तक 60 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य की जांच की जा रही है.' बता दें कि 3 मई को अक्षय तृतीया के दिन चार धामों में से गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुल गए थे, जबकि 6 मई को केदारनाथ की यात्रा शुरू हुई थी. वहीं, 2 दिन के बाद 8 मई को बद्रीनाथ के कपाट खोले गए थे.



भीड़ रोकने वाले इंतजाम भी हुए फेल


चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीढ़ उनके लिए मुसीबत बनती जा रही है. राज्य प्रशासन ने भीड़ के प्रबंधन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य करने के अलावा ऐसे लोगों से यात्रा न करने की अपील की थी जो गंभीर रूप से बीमार हैं. चारधाम यात्रा में कुप्रबंधन की भी खबरें सामने आ रही हैं और तीर्थयात्रियों को मौत को उससे जोड़ कर देखा जा रहा है जिस पर पिछले दिनों राज्य सरकार ने कहा था कि श्रद्धालुओं की मौत बीमारी के कारण हो रही है. सत्तारूढ़ बीजेपी के एक प्रवक्ता ने यहां तक कहा था कि लोग बीमारी छुपा कर यात्रा में आ रहे हैं और इसलिए यात्रा में उनकी मौत हो रही है. 


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उधर, प्रशासन ने पिछले दिनों ऐसे तीर्थयात्रियों को एयरलिफ्ट किया था जो बीमार थे या यात्रा के दौरान घायल हो गए हैं. यात्रा के मार्ग में बढ़ती भीड़ जहां मुसीबत बनी हुई है वहीं अब सोमवार सुबह से लगातार हो रही बारिश ने श्रद्धालुओं की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है. केदारनाथ जा रहे हजारो श्रद्धालु रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड के बीच अलग-अलग स्थानों में फंसे हुए हैं.


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