Dehradun: उत्तराखंड समान नागरिक संहिता (Uttarakhand UCC) पर छिड़ी बहस के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस मुद्दे पर सैद्धांतिक रूप से सशक्त समर्थन दिया है. आम आदमी पार्टी का कहना है कि इसे लागू करने से पहले बड़े स्तर पर लोगों से बातचीत होनी चाहिए. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक (Sandeep Pathak) ने बीते दिनों कहा कि देश में समान नागरिक संहिता होना चाहिए. उन्होंने कहा कि संविधान में अनुच्छेद 44 भी इसका समर्थन करता है.


यूसीसी पर आप के समर्थन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने आम आदमी पार्टी के इस बयान का स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि आम आदमी पार्टी ने पहली बार कोई अच्छा काम किया है. साथ ही कहा कि हम बड़े सौभाग्यशाली हैं कि सीएम धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड पहला राज्य होगा जहां पर यह कानून लागू किया जाएगा.


यूसीसी से खड़ी हो सकती है कई दिक्कतें- मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी


मुस्लिम धर्मगुरु के साथ कई अन्य लोग समान नागरिक कानून को लेकर खुश नजर नहीं आ रहे हैं. शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी ने कहा कि आगे चलकर इस कानून से बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि हमने बार- बार इस कानून का विरोध किया है, लेकिन सरकार मानने को तैयार ही नहीं है.


बीजेपी मुद्दों से ध्यान भटका कर रही है- कांग्रेस


समान नागरिक संहिता को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट ने कहा कि हमने सरकार से यूसीसी के ग्राफ मसौदे पर कई बार बात करने को कहा है, लेकिन सरकार अपनी मनमानी करने में लगी है. उन्होंने केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए कर रही है. आम चुनाव नजदीक है ऐसे में जनता का ध्यान भटकाना बीजेपी ने शुरु कर दिया है, यही बीजेपी का काम है.


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