उत्तराखंड हादसा: मिर्जापुर के मजदूर जयकिशन का नहीं चला अभी तक पता, एनटीपीसी के पावर प्लांट में कर रहे थे काम
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के रहने वाले मजदूर जयकिशन उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने से आई तबाही के बाद से ही लापता बताए जा रहे हैं. जिसके बाद परिवार वालों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
लखनऊः उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने से हुए हादसे में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर का एक मजदूर लापता बताया जा रहा है. जिस वक्त हादसा हुआ उस समय मजदूर जयकिशन एनटीपीसी के पावर प्लांट की टनल में वेल्डर का काम कर रहे थे. वहीं इसकी सूचना मिलने के बाद परिजनों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. वहीं जिलाधिकारी ने चमोली डीएम और राहत आयुक्त को पत्र लिखकर तलाश करने का अनुरोध किया है.
बताया जा रहा है कि मिर्जापुर में मडिहान तहसील के कोटवा पांडे गांव का एक मजदूर युवक चमोली में ग्लेशियर फटने से हुए हादसे के बाद से लापता है. परिवार वालो का रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों के अनुसार हादसे से पहले मोबाइल पर उससे बात हुई थी.
मजदूरी करने गए थे चमोली
मिर्जापुर के रहने वाले जयकिशन उत्तराखंड के चमोली में पावर प्रोजेक्ट में काम करने वाले वाले मजदूरों में शामिल था. बताया जा रहा है कि ठेकेदार के बुलाने पर 8 नवंबर 2020 को गांव के 15 साथियों के साथ पावर प्रोजेक्ट में मजदूरी का काम करने के लिए चमोली गये थे. परिजनों के मुताबिक जब हादसा हुआ उस समय वह एनटीपीसी के पावर प्लांट के टनल में वेल्डर का काम कर रहे थे.
सरकार से लगाई मदद की गुहार
जयकिशन के साथ हुए हादसे की सूचना वहां पर साथ काम करने वाले उनके भांजे चंद्रमणी ने दी. जिसके बाद से परिजन परेशान हैं. उन्हें जयकिशन बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिल पा रही है. घर पर पत्नी और परिजनों का कहना है कि हादसे के बाद से ही जयकिशन का पता नहीं चल पाया है. पति के लापता होने से परेशान पत्नी ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
इस पावर प्रोजेक्ट में काम कर चुके जयकिशन के भाई का कहना है कि टनल बेहद गहरा है. उसमें भी छोटे-छोटे टनल हैं. फिलहाल जिलाधिकारी ने चमोली डीएम और राहत आयुक्त को पत्र लिख कर तलाश करने का अनुरोध किया है.
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