Uttarakhand Road Accident Report: उत्तराखंड में लगातार बढ़ते सड़क हादसे चिंता का विषय बनते जा रहे हैं. राज्य में प्रतिदिन औसतन तीन लोगों की जान सड़क हादसे में जा रही है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राज्य मार्ग मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है. हर 100 हादसों में 62% लोग जान गंवा रहे हैं. जिसमें उत्तराखंड देश में आठवें स्थान पर है.


साल दर साल बढ़ रहा सड़क हादसों का आंकड़ा 
राज्य में साल दर साल सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राज्य मार्ग मंत्रालय की ओर जारी आंकड़ों के मुताबिक, मुताबिक 100 हादसे में 62 प्रतिशत लोगों की मौत हो रही है. पिछले कुछ सालों के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो साल 2019 में 1352 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिनमें 867 लोगों की मौत हुई तो 1457 लोग घायल हुए. साल 2020 में 1041 हादसों में 674 मौत और 854 घायल हुए, 2021 में उत्तराखंड में 1405 हादसों में 820 लोगों की जान गई तो वहीं 1091 लोग घायल हुए थे.


वहीं 2022 में 1674 हादसों में 1042 लोगों की मौत हुई तो 1613 लोग घायल हुए. सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले 27.07 प्रतिशत बढ़ा तो वहीं घायल हुए लोगों का आंकड़ा 19.10 प्रतिशत बढ़ गया. पिछले चार सालों में केवल सड़क हादसों में 3403 लोगों ने जान गंवाई है और ये आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है.


खराब सड़कें बन रही हादसे की वजह 
राज्य में बरसात या फिर घना कोहरा हादसों की वजह नहीं बना है बल्कि खिलखिलाती कड़ी धूप में हादसे सबसे ज्यादा हुए हैं. आंकड़ों के अनुसार धूप में 1423 हादसों में 917 लोगों की जान गई और 1388 लोग घायल हुए. इसी तरह बारिश के मौसम में 166 हादसों में 76 लोगों की मौत हुई और 149 लोग घायल हुए. जबकि घने कोहरे के दौरान हादसों में कमी आई है.


इस दौरान मात्र 71 हादसों में 31 लोगों की मौत हुई 63 लोग घायल हुए. ओलावृष्टि में दो हादसे हुए जिनमें कोई मौत नहीं हुई, मात्र तीन लोग घायल हुए हैं. जबकि अन्य 12 दुर्घटनाओं में 18 की मौत हुई और 10 लोग घायल हुए हैं. आंकड़े साफ दर्शाते हैं कि यह हादसे खराब सड़कों की देन हैं. 


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