Rain Alert In Uttarakhand: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra 2022) पर बारिश का खतरा मंडरा रहा है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 20 मई को रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) समेत उत्तरकाशी (Uttarkashi), चमोली (Chamoli), बागेश्वर (Bageshwer) और पिथौरागढ़ (Pithoragarh) जनपदों और पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं आकाशीय बिजली चमकने, तेज बारिश हो सकती है और झोंकेदार हवाएं भी चलेंगी. इस अलर्ट के बाद रुद्र प्रयाग का जिला प्रशासन चार धाम यात्रा को लेकर और भी सतर्क हो गया है. 


रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन हुआ सतर्क


दरअसल रुद्रप्रयाग जनपद में केदारनाथ (Kedarnath Yatra), द्वितीय केदार मदमहेश्वर (Kedar Madmaheshwer) और तृतीय केदार तुंगनाथ (Kedra Tungnath) की यात्रा संचालित हो रही है. केदारनाथ धाम में प्रतिदिन दिन हजारों की संख्या में तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं तो तुंगनाथ धाम में आठ सौ से एक हजार के करीब तीर्थयात्री हर दिन पहुंच रहे हैं. इसके अलावा मदमहेश्वर धाम की यात्रा 19 मई से शुरू हो रही है. रुद्रप्रयाग जनपद आपदा की दृष्टि से भी अति संवेदनशाल है. यहां समय-समय पर आपदाएं आती रहती हैं, जिस कारण यहां भारी नुकसान पहुंचता है. 


बारिश को लेकर मौसम विभाग की चेतावनी 


मौसम विभाग ने बीस मई को आकाशीय बिजली चमकने, झोंकेदार हवाएं चलने के साथ ही तीव्र बौछार होने की संभावना व्यक्त की है. ऐसे में जिला प्रशासन ने सतर्कता बरतने की सलाह देते हुए अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जानकारी देते हुए बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी के साथ ही वर्तमान में केदारनाथ धाम यात्रा के दृष्टिगत समस्त अधिकारियों सहित एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं पुलिस बल को अपने-अपने क्षेत्रांतर्गत अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए गए हैं. 


अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश


जिला प्रशासन द्वारा समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा से निपटने की तैयारी के लिए उच्चतम स्तर बनाए रखने के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्रियों व पर्यटकों की सुरक्षा को मध्यनजर रखते हुए आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि बारिश के कारण यदि कहीं मार्ग अवरुद्ध होता है, तो उसी के अनुसार यात्रा संचालन के लिए प्लानिंग की जाएगी. 


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