Uttarakhand News: उत्तराखंड में इन दिनों भर्ती घोटाले समेत भ्रष्टाचार (Corruption) के कई मामलों की जांच चल रही है. इस बीच उद्यान विभाग (Department of horticulture) के निदेशक हरमिंदर सिंह बवेजा (Harminder Singh Baweja) भी जांच के दायरे में आ गए हैं. बवेजा पर पौधों की खरीद और महोत्सव में अनियमितता के आरोप लगे हैं. हालांकि इन आरोपों को उन्होंने एक सिरे से नकार दिया और अपने खिलाफ हो रही जांच का भी स्वागत किया है. वहीं दूसरी तरफ माना जा रहा है कि जांच में कई तरह के ऐसे तथ्य मिले हैं जिनमें अनियमितताओं की बात सामने आई है. 


उद्यान विभाग के निदेशक के खिलाफ जांच
उत्तराखंड उद्यान विभाग के निदेशक हरमिंदर सिंह बवेजा इन दिनों जांच के दायरे में है. यही वजह है कि उन्होंने उद्यान विभाग के कई कार्यक्रमों से किनारा कर लिया है, लेकिन जांच जारी होने पर भी वह अपने पद पर बने हुए हैं. उन पर पौधों की खरीद और उद्यान विभाग के कई महोत्सव में अनियमितताओं को लेकर आरोप लगे हैं. इन्हीं अनियमितताओं की जांच के लिए उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने पिछले हफ्ते सचिव उद्यान बीवीआरसी पुरुषोत्तम को उनके खिलाफ जांच दी है, लेकिन हफ्ते भर बाद भी हरमिंदर सिंह अपने पद पर बने हुए हैं. जबकि विधानसभा भर्ती की जांच होने पर सचिव विधानसभा को एक महीने की छुट्टी पर भेज दिया गया था. 


हरमिंदर सिंह बवेजा को उद्यान विभाग के सभी कार्यक्रमों से दूर रहने के लिए भी कहा है. जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि उन पर जो आरोप लगे हैं वह बेबुनियाद हैं लेकिन वो जांच का स्वागत करते हैं. जांच में किसी भी तरह की अनियमितता पाई जाती है, तो वो निश्चित तौर पर कार्रवाई के लिए तैयार हैं. बवेजा ने कहा कि पौधों की खरीद और अन्य अनियमितताओं के जो मुझ पर आरोप लगे हैं वो एक षड्यंत्र का हिस्सा है. 


जानिए उन पर क्या आरोप लगे हैं?
उद्यान निदेशक हरमिंदर सिंह बवेजा पर आरोप है कि उन्होंने 35 रुपये के किवी के पौधे को 275 रुपये की दर पर खरीदा, जबकि 77000 पौधों के लिए किसी तरह की कोई निविदा नहीं की गई. उद्यान निदेशक पर मनमाने तरीके से उत्तराखंड में अदरक के बीज व हल्दी के बीज की दरों को बढ़ाकर महंगी दरों पर खरीदे जाने के साथ अंतरराष्ट्रीय सेमिनार एवं प्रदर्शनी जिसके तहत कई महोत्सव का आयोजन के नाम पर व्यय करने का आरोप लगा है. जिन महोत्सव को 4 दिन का होना था उन्हें 3 दिन में ही पूरा कर अपने हित साधने का भी कथित आरोप है.


Aligarh News: 'मदरसों और एएमयू को बारूद से उड़ा देना चाहिए', स्वामी यति नरसिंहानंद का विवादित बयान, केस दर्ज


शिकायतों के बाद बिठाई जांच
उधर विभागीय मंत्री गणेश जोशी का साफ कहना है कि उद्यान निदेशक हरमिंदर सिंह बवेजा के खिलाफ कई प्रकार की शिकायतें सामने आ रही थी और उन्हें जब स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया तो उन्होंने शासन को कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया. उसी के बाद उनके खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं और विभागीय सचिव बीवीआरसी पुरुषोत्तम को जांच दी गई है. जांच रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी. 


उद्यान निदेशक की हो सकती है छुट्टी
उत्तराखंड में भ्रष्टाचार पर जांच का ये पहला मामला नहीं है. जिनके खिलाफ जांच हो रही हो. लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ये कहा जा सकता है कि हरमिंदर सिंह बवेजा की विभाग से छुट्टी हो सकती है क्योंकि शुरुआती जांच में ही कुछ ऐसे तथ्य मिले हैं जिसके आधार पर उन्हें पद से हटाया जा सकता है. वहीं विभागीय मंत्री गणेश जोशी भी इस पर नजर बनाए हुए हैं उन्हें भी इस मामले की कई बार शिकायत मिल चुकी है. 


ये भी पढ़ें- 


Lucknow News: महंगा हुआ कुत्ता पालने का शौक, ब्रीडिंग सेंटर से क्लीनिक पर लगा लाइसेंस शुल्क, जानें- कितनी बढ़ी फीस?