उत्तराखंड: कोरोना को लेकर अनिल बलूनी ने आधिकारियों से की चर्चा, बोले- जो भी बन पड़ेगा वो करेंगे
उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चिकित्सा अधिकारियों से बात की है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लिए जो भी बन पड़ेगा वो किया जाएगा.
देहरादून: बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने पौड़ी और उत्तरकाशी के चिकित्सा अधिकारियों से बात की है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उन्होंने कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि कोरोना को देखते हुए मेडिकल सेवाओं को ढालने की कोशिश हो रही है, अगर भविष्य में हम अन्य आईसीयू केंद्रों की स्थापना करते हैं तो उनमें आज की परिस्थितियों के अनुरूप क्या बदलाव होने चाहिए. इसी विषय पर बलूनी ने दोनों जिलों के चिकित्सा अधिकारीयों से विचार विमर्श किया.
उत्तराखंड के लिए जो भी बन पड़ेगा किया जाएगा
बता दें कि, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने दोनों जिलों में अपनी सांसद निधि से आईसीयू स्थापित करवाए थे जो आज कोविड के दिनों में लोगों के काम आ रहे हैं. बलूनी ने कहा कि भविष्य में उत्तराखंड के लिए जो भी बन पड़ेगा किया जाएगा. इस विपदा की घड़ी में सभी को स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने के लिए जुट जाना चाहिए.
कोरोना के अनुरूप मेडिकल सेवाओं को ढाला जा रहा है
बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए लिखा है कि "मित्रों, आपको स्मरण होगा कि मैंने अपनी सांसद निधि से उत्तरकाशी और कोटद्वार में आईसीयू केंद्र स्थापित किए थे. कोरोना काल में मेडिकल सेवाओं पर बहुत दबाव है और कोरोना के अनुरूप मेडिकल सेवाओं को ढाला जा रहा है. इसी विचार से कि अगर भविष्य में हम अन्य आईसीयू केंद्रों की स्थापना करते हैं तो उनमें आज की परिस्थितियों के अनुरूप क्या बदलाव होने चाहिए, उनमें किस तरह बहुउपयोगी विस्तार की गुंजाइश की जा सकती है. इन्हीं विषयों पर उत्तरकाशी और पौड़ी जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मीटिंग कर चर्चा की गई है. अधिकारियों ने बताया है कि दोनों आईसीयू केंद्रों का सफल संचालन हो रहा है और इन केंद्रों ने अनेक महत्वपूर्ण जीवन बचाए हैं. कोटद्वार आईसीयू का विस्तार भी किया गया है. दोनों महानुभावों से महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई हैं."
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