Uttarakhand Assembly Election 2022: कांग्रेस पार्टी में बगावत के स्वर फूट गये हैं. कांग्रेस से प्रदीप थपलियाल को टिकट मिलने के बाद कांग्रेस के अन्य विधायक दावेदारों में आक्रोश है. इस दौरान कांग्रेस से विधायक के उम्मीदवारों ने निर्णय लिया कि कांग्रेस का टिकट बदलकर पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी को दिया जाय. यदि पूर्व मंत्री को टिकट नहीं दिया जाता है तो पार्टी से बगावत करके उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ाया जायेगा.


क्या है मामला
दरअसल, रुद्रप्रयाग विधानसभा से कांग्रेस ने प्रदीप थपलियाल को टिकट दिया है. प्रदीप थपलियाल ने 2017 के विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर पार्टी प्रत्याशी लक्ष्मी राणा के खिलाफ चुनाव लड़ा था. इस बार पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी, पूर्व प्रत्याशी लक्ष्मी राणा, वीरेन्द्र बुटोला, अंकुर रौथाण, नरेन्द्र सिंह बिष्ट, ठाकुर गजेन्द्र सिंह पंवार सहित अन्य लोगों ने अपनी दावेदारी की थी. लेकिन पार्टी ने प्रदीप थपलियाल पर भरोसा जताया. पार्टी के अन्य नेता प्रदीप थपलियाल को टिकट मिलने से नाराज हैं.


अब ये है मांग
सभी दावेदारों ने पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर बैठक की. बैठक में कहा गया कि 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रदीप थपलियाल ने पार्टी प्रत्याशी लक्ष्मी राणा के खिलाफ बगावत की थी. उस समय प्रदीप थपलियाल पार्टी के जिलाध्यक्ष थे. उन्हें पार्टी प्रत्याशी का साथ देना चाहिये था लेकिन उन्होंने साथ देने के बजाय बगावत की. जिससे कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि इस बार जबरन प्रदीप थपलियाल को टिकट दिया गया है. वह जनता की पसंद भी नहीं थे. पार्टी की ओर से कराये गये सर्वे में अन्य प्रत्याशी जनता की पहली पंसद थे. बैठक में निर्णय लिया गया कि पार्टी को टिकट बदलकर मातबर सिंह कंडारी को टिकट देना चाहिये. मातबर सिंह कंडारी के लिये सभी कार्यकर्ता एवं अन्य उम्मीदवार कार्य करने के लिये तैयार हैं. यदि टिकट नहीं बदला जाता है तो सभी उम्मीदवार एवं हजारों की संख्या में कार्यकर्ता पार्टी से इस्तीफा देकर मातबर सिंह कंडारी को निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ाएंगे.


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