Uttarakhand Election 2022: सितारगंज में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर, जानें- क्या है यहां का जातिगत समीकरण?
Uttarakhand Elections: उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के लिए 14 फरवरी को मतदान होना है. वहीं सितारगंज सीट पर नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद से अब सभी प्रत्याशी प्रचार में जुट गए हैं.
Uttarakhand Assembly Election 2022: उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के लिए 14 फरवरी को मतदान होना है. नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद तमाम प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्रों में प्रचार में जुट गए हैं. पांच सालों तक जो नेता जनता के बीच नहीं गया वह अब जनता के बीच जाकर उनका दरवाजा खटखटा रहा है. लेकिन इन चुनावों में जनता का क्या मूड है, ये जानने के लिए एबीपी गंगा की टीम अलग-अलग विधानसभा में जा रही हैं.
कब कौन जीता
उत्तराखंड की सितारगंज विधानसभा से 2002 में बहुजन समाजवादी पार्टी के नारायण पाल जीतकर विधायक बने थे. जिन्हें 61 फीसदी के करीब वोट मिले थे. वहीं 2007 में भी नारायण पाल आर्य ने जीत दर्ज की थी. 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के किरण मंडल चुनाव जीते लेकिन उसी दौरान किरण मंडल ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने विजय बहुगुणा के लिए ये सीट खाली कर दी थी. यहां से विजय चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. 2017 के चुनाव में बीजेपी के सौरभ बहुगुणा सितारगंज विधानसभा से चुनाव जीते. इस बार भी बीजेपी ने सौरव बहुगुणा पर ही दांव खेला है. सौरभ बहुगुणा को 2017 में 50557 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर मालती विश्वास कांग्रेस की प्रत्याशी रही थी. मालती विश्वास को 22 हजार के करीब वोट मिले थे. अब 2022 के चुनाव में कांग्रेस से नवतेजपाल सिंह प्रत्याशी हैं.
किसका कितना है वोट
सितारगंज विधानसभा में एक लाख सात हजार के करीब मतदाता हैं. जातीय समीकरण में मुस्लिम 22 हजार, अनुसूचित जाति आठ हजार, थारू जनजाति के मतदाता छह हजार, पंजाबी मतदाताओं की संख्या तकरीबन 14,000 है. तो वहीं आठ ब्राह्मण समुदाय और आठ हजार ठाकुर मतदाताओं की संख्या है. लेकिन बंगाली मतदाता यहां निर्णायक भूमिका में रहते हैं. जिनकी संख्या 32,000 से अधिक है. तो वहीं अन्य मतदाताओं की बात करें तो उनकी संख्या चार हजार के करीब है. लेकिन इस सीट पर अभी तक मुस्लिम और बंगाली समुदाय के लोग हार जीत का फैसला करते हैं.
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