Uttarakhand: में इन दिनों एक फोन रिकॉर्डिंग का ऑडियो जमकर वायरल हो रहे है. इसमें रिश्वत मांगने के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है. ये ऑडियो उत्तराखंड के लैंसडाउन क्षेत्र के पटवारी और क़ानूनगो का है. ऑडियो वायरल होने के बाद अब पौड़ी जिलाधिकारी आशीष चौहान ने रिश्वत मांगने और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करने के प्रकरण पर जांच बैठा दी है. 


हैसियत प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर मांगे जा रहे  3000 रुपये
दरअसल फोन रिकॉर्डिंग के आडियो में हैसियत प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर 3000 रुपये मांगे जा रहे हैं. इतना ही नहीं इस ऑडियो में  पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत को अपशब्द भी कहे जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक नीरज गर्ग नाम का एक स्थानीय व्यापारी  हैसियत प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तहसील में एप्लाई करता है. इसके बाद राजस्व उप निरीक्षक यानी पटवारी साहिबा उसको फोन कर उस पर 3000 रुपये कानूनगो साहब को देने का दबाव बनाती हैं. पहली रिकॉडिंग में पटवारी साहिबा स्थानीय व्यापारी नीरज को कानूनगो से मिलने और 3000 रुपये कानूनगो को देने की बात कह रही हैं. साथ में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और तीरथ सिंह रावत को गधा तक कह देती हैं.


जिलाधिकारी आशीष चौहान ने लिया संज्ञान 
वहीं दूसरी रिकॉर्डिंग में खुद कानूनगो काम करवाने के लिए कुछ पैसे किसी अधिकारी को देने की बात कह रहे हैं. जिलाधिकारी आशीष चौहान ने अब इस सारे प्रकरण का संज्ञान लिया है. वायरल हो रहे आडियो की सत्यता की पता लगाने के लिए उन्होंने  लैंसडौन उपजिलाधिकारी को निर्देश भी दिए हैं. आशीष चौहान ने बताया कि ये प्रकरण मेरे संज्ञान में आया है, लैंसडॉन के एसडीएम को इसकी जांच करने के लिए कह दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने के पश्चात इसमें उचित कार्रवाई की जाएगी.


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