Roorkee Traffic Lights Problem: उत्तराखंड के रुड़की (Roorkee) को ग्रीन सिटी और क्लीन सिटी (Green City And Clean City) बनाने का नारा भले ही दिया जा रहा हो लेकिन इसकी सबसे बड़ी बानगी शहर में 7 चौराहों पर लगी ट्रैफिक लाइटों (Traffic Lights) को देखने से ही मिल जाएगा. शिक्षानगरी के तौर पर मशहूर रुड़की में ट्रैफिक सिस्टम एकदम अव्यवस्थित है. शहर की सड़कों पर लगी ट्रैफिक लाइट सालों से बदहाल हैं लेकिन उन्हें ठीक करने की फुरसत यहां के नगर निगम में किसी के पास नहीं है. हालत ये ही कि लाइटों पर धूल की मोटी-मोटी परत जम चुकी है लेकिन देखने वाला कोई नहीं है.


रुड़की की बदहाल ट्रैफिक लाइट्स


साल 2016 में नगर निगम ने रुड़की के सात चौराहों पर 67 लाख रुपये की लागत से ट्रैफिक लाइट लगाई गई थी. जो अब मात्र शोपीस बनकर रह गई हैं. जिसके रखरखाव की जिम्मेदारी नगर निगम व ट्रैफिक पुलिस की है लेकिन ट्रैफिक लाइटों को बदहाल स्थिति में छोड़कर उन्हें देखने वाला कोई नही हैं. ट्रैफिक लाइटों पर धूल की मोटी परत जम चुकी है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ एक दूसरे के पाले में गेंद डालते नजर आते हैं. वही जब इस मामले में नगर निगम के मुख्य नगर आयुक्त से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ट्रैफिक लाइटों के सम्बंध में एसपी ट्रैफिक से बात हुई थी लेकिन उनका ट्रांसफर होने की वजह से अब नए एसपी ट्रैफिक से बात करेंगे. 


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नगर निगम और ट्रैफिक विभाग में फंसा मामला


नगर आयुक्त ने कहा कि वो जल्द ही ट्रैफिक लाइट्स को लेकर एसपी ट्रैफिक से संपर्क करेंगे और इन्हें सुचारू किया जाएगा. वहीं जब एबीपी गंगा ने एसपी ट्रैफिक से बात की तो उन्होंने कहा कि पहले भी ट्रैफिक लाइटों को ठीक करवाने के लिए निगम को कई बार लिखा गया है लेकिन कुछ भी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि जल्द ही ट्रैफिक लाइटों को लेकर आ रही परेशानियों को दूर किया जाए. जिससे शहर का ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर ढंग से चल सके. 


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