Ankita Murder Case: अंकिता हत्याकांड को लेकर लोगों का गुस्सा अब शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच तमाम राजनेता पीड़ित परिवार का दुख बांटने के लिए लगातार अंकिता के घर पहुंच रहे हैं. सोमवार को पूर्व सीएम हरीश रावत ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की थी जिसके बाद उपनेता सदन भुवन कापड़ी और वरिष्ठ नेता कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह भी अंकिता के घर पहुंचे परिवार को ढांढस बंधाया. इस दौरान भुवन कापड़ी ने कहा कि इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि वो वीआईपी कौन थे जिन्हें स्पेशल सर्विस देने के लिए अंकिता पर दबाव बनाया जा रहा था.
अंकिता हत्याकांड पर बोले कांग्रेस नेता
कांग्रेस नेता ने कहा कि देवभूमि में अब बेटियां सुरक्षित नहीं रही है पहाडों पर नौकरी के संसाधन न होने की वजह से रोजगार की तलाश में बेटियों को बाहर निकलना पड़ता है जहां उनके प्रति घृणित सोच रखने वाले भेडिए उन्हें नोंच डालते हैं. भुवन कापडी ने कहा कि पहाड़ की बेटियां अब देवभूमि में भी सुरक्षित नहीं रही हैं. यहां 'बेटी बचाओ, बेटी पढाओ' का नारा अब स्लोगनों में सिमट रहा है. इंसानी रूप में भेड़िये देवभूमि को कलंकित कर रहे हैं. उन पर सख्त कार्यवाई सरकार और प्रशासन को करनी होगी.
आरोपी के पिता विनोद आर्य पर गंभीर आरोप
भुवन कापडी ने कहा कि अंकिता हत्याकांड में हर पहलू की जांच करनी होगी, तभी सारा सच सामने आएगा. उन्होंने कहा कि हत्यारे पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य से भी पूछताछ करनी होगी, साथ ही उनके फोन की लोकेशन और फोन कॉल को जांचना भी जरूरी है. इस केस में निष्पक्ष जांच के लिए विनोद आर्य पर कडी नजर रखनी होगी. भुवन कापड़ी ने कहा कि उन्हें भी संदेह है कि सबूतों से छेड़छाड़ की गई है. एसआईटी को जल्द उन सभी वीआईपी के नामों को भी उजागर करना होगा जिनके कहने पर युवती को स्पेशल सर्विस देने का दबाब बनाया जा रहा था और युवती के विरोध जताने पर उसकी हत्या कर दी गई.
सरकार करे पीड़ित परिवार की मदद
इस मामले पर प्रीतम सिंह ने कहा कि इस केस की पडताल एसआईटी को बारीकी से करनी होगी. विनोद आर्य पर भी कड़ी नजर रखना जरूरी है ताकि इस केस की निष्पक्ष जांच हो सके. बेटी के जाने का गम परिजन भूला नही पा रहे हैं. इस घड़ी में हर कोई परिवार के साथ खडा हैं लेकिन आर्थिक मदद के प्रयास भी सरकार को इस परिवार के लिए करने चाहिए.