Uttarakhand Budget Session: उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने ऐलान किया है कि 26 फरवरी से उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में प्रतीकात्मक विधानसभा सत्र चलाया जाएगा जिसमें एक पत्र मुख्यमंत्री, एक पत्र नेता प्रतिपक्ष का, एक पत्र विधानसभा अध्यक्ष का और बाकी के पात्र पक्ष और विपक्ष के विधायकों के होंगे. इसको लेकर उन्होंने कहा कि हमारी सीधे तौर पर नाराजगी है कि सरकार ग्रीष्मकालीन राजधानी में सत्र क्यों नहीं चलना चाहती है. दरअसल 26 फरवरी से शुरू होने वाला बजट सत्र गैरसैंण में होना था लेकिन इसे देहरादून में कर दिया गया. इसको लेकर के कांग्रेस ने अपनी नाराजगी जाहिर की है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा का कहना है कि हम ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में प्रतीकात्मक विधानसभा सत्र चलाएंगे ताकि सरकार के कानों तक हमारी बात पहुंच सके. वहीं इसे लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस के विधायक खुद गैरसैंण नही जाना चाहते हैं तो सरकार क्या कर सकती है? उनके विधायको ने ही लिख कर दिया है कि सत्र देहरादून में कराया जाये.उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग हताश हो चुके है किसी संविधानिक प्रक्रिया का मजाक बनाना है विधान सभा सत्र की नकल करना कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए.
गैरसैण नहीं, देहरादून में चलेगा बजट सत्र
26 फरवरी से शुरू हो रहे हैं उत्तराखंड के बजट सत्र को गैरसैंण में कराया जाना था लेकिन 36 से ज्यादा विधायकों ने सरकार को चिट्ठी लिखकर यह कहा कि गैरसैंण में काफी सर्दी है वहां पर सत्र नहीं कराया जा सकता. विधायकों का कहना था कि वहां सत्र कराने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. इसको लेकर के सरकार ने कैबिनेट में फैसला लिया कि सत्र देहरादून में कराया जाए.
इन विधायको ने की थी मांग
चिट्ठी लिखने वालों में 6 विधायक कांग्रेस के भी शामिल हैं तो वहीं दो निर्दलीय और एक बसपा के विधायक शामिल है बाकी सत्ता पक्ष के विधायक हैं. ऐसे में सत्र को देहरादून में करने के लिए सरकार ने कैबिनेट में फैसला लेते हुए निर्णय लिया कि सत्र देहरादून में कराया जाएगा इससे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष खासे नाराज दिखाई दे रहे हैं.
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