Uttarakhand Historic Butter Festival: उत्तरकाशी (Uttarkashi) जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर 11000 फीट की ऊंचाई पर बटर फेस्टिवल (Butter Festival) का आयोजन होने जा रहा है. दयारा बुग्याल में 17 अगस्त को बटर फेस्टिवल मनाने की तैयारी प्रशासन ने शुरू कर दी है. संस्कृति और पर्यटन विभाग फेस्टिवल को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रचार प्रसार भी कर रहा है. 28 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के दायरे में दयारा बुग्याल फैला है. बटर फेस्टिवल में दूध, छांछ और मक्खन से होली खेली जाती है. पर्यटन उत्सव समिति के अध्यक्ष मनोज राणा ने बताया कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति अनूठी है. प्रदेश सरकार की मंशा कला, संस्कृति और परपंपराओं को बढ़ावा देने की है.
बटर फेस्टिवल को धूमधाम से मनाने की तैयारी शुरू
उत्तराखंड में मनाए जाने वाले बटर फेस्टिवल की जानकारी लोगों को बहुत कम है. संस्कृति और पर्यटन विभाग प्रचार प्रसार कर रहा है. मनोज राणा का कहना है कि पर्यटन उत्सव समिति का प्रयास है कि इस बार भी ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग बटर फेस्टिवल का आनंद लें. प्रशासन की तरफ से अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है. फेस्टिवल के दिन पानी और बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया है. मनोज राणा ने सहयोग मिलने पर पर्यटन विभाग समेत प्रशासन का धन्यवाद अदा किया है.
11000 फीट की ऊंचाई पर होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
बटर फेस्टिवल को स्थानीय भाषा में अट्टूडी उत्सव कहा जाता है. उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग की तरफ से भी मेले को सहयोग दिया जाता है. बटर फेस्टिवल में स्थानीय लोग शामिल होकर प्रकृति का आभार जताते हैं. 11000 फीट की ऊंचाई पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए जाएंगे. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अट्टूडी उत्सव में शामिल हो सकते हैं. दयारा बुग्याल प्रकृति की गोद में बसा है. बटर फेस्टिवल के दौरान जमकर दूध और दही की होली खेली जाती है.