Uttarakhand Bypoll Results 2024: उत्तराखंड में हुए दो विधानसभा सीट पर उपचुनाव का रिजल्ट जारी हो गया है. मंगलौर और बदरीनाथ दोनों ही विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की. इस उपचुनाव ने उत्तराखंड में होने वाले 2027 के विधानसभा चुनाव की तस्वीर भी साफ कर दी है. चमोली की बद्रीनाथ सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार लखपत बुटोला ने 5224 और हरिद्वार की मंगलौर विधानसभा सीट पर काजी निजामुद्दीन ने 422 सीट से दर्ज जीत की है.


बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने उत्तराखंड उपचुनाव में बीजेपी को मिली हार की समीक्षा करने की बात की है. वहीं उन्होंने कहा कि पार्टी चुनाव में हार के कारणों पर मंथन करेगी. भले ही बीजेपी हार की समीक्षा की बात करने को कह रही है लेकिन भाजपा को यह भी देखना होगा की क्या चार धाम यात्रा में इस बार फैली अनियमितता ने बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र के लोगों में गुस्सा भर दिया. 


चारधाम यात्रा देखने को मिली थी अनियमितता 


चारधाम यात्रा के दौरान बद्रीनाथ और केदारनाथ के साथ यमुनोत्री और गंगोत्री की यात्रा की शुरुआत के साथ ही अनियमितता और प्रशासन की लापरवाही देखने को मिली क्या भाजपा के लिए वह इस उपचुनाव में परेशानी का कारण तो नहीं बन गया. ऐसा कहने के पीछे की वजह यह भी है कि यहां के स्थानीय लोगों की जिंदगी को सुचारू रूप से चलाने में इस यात्रा का अहम योगदान है. बीजेपी इस सीट पर जब जीत हार की समीक्षा करेगी तो उसे इस पर भी ध्यान देना होगा.


सीएम धामी पर क्षेत्रवाद का आरोप


स्थानीय युवक ने कहा हमने हमेशा बीजेपी को वोट दिया लेकिन जैसा हमने देखा कि बाबा केदारनाथ के मंदिर दिल्ली में बनाए जा रहे हैं. यह तो हमारे महाकाल के साथ आप छेड़खानी करके दिल्ली में बनाए जा रहे हैं, क्या अगले साल से बाबा केदारनाथ की डोली दिल्ली में ले जाएंगे, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यह फैसला वापस लें. जिस प्रकार से सीएम धामी के द्वारा गढ़वाल के साथ भेदभाव किया जा रहा है, मैं घोड़ा पड़ाव बेस प्वाइंट का अध्यक्ष हूं, इस बार हमारे होटल हो टेंट हो, ढाबे हों  सबका रोजी रोटी ठप है रजिस्ट्रेशन के नाम पर और दूसरा इन्होंने हरिद्वार ऋषिकेश कैंची मंदिर का रास्ता डायवर्ट कर दिया. ऐसा क्यों कर रहे हो आप इसका मतलब सीएम धामी आप क्षेत्रवाद करेंगे, सीएम धामी अगर इस फैसले को वापस नहीं लेंगे तो बहुत बड़ा आंदोलन होगा.


करिश्मा दोहराने में नाकामयाब रहे राजेंद्र भंडारी 


राजेंद्र भंडारी इस उपचुनाव में बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में थे और उन्हें हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए राजेंद्र भंडारी पर पार्टी ने भरोसा तो दिखाया लेकिन वह अपनी करिश्मा दोहराने में नाकामयाब रहे. अयोध्या हार चुकी बीजेपी इस उपचुनाव में बद्रीनाथ सीट भी हार गई है और बदरीनारायण भगवान का आशीर्वाद कांग्रेस को मिला.


लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी सीटों पर दर्ज की थी जीत


हालांकि ऐसा कहना थोड़ी जल्दबाजी होगी कि देवभूमि में भाजपा का प्रभाव कम होता जा रहा है क्योंकि अभी हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में यहां की 5 में से 5 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है. इस सब के बाद विधानसभा उपचुनाव में आए ऐसे नतीजे बीजेपी को समीक्षा करने पर मजबूर कर रहे हैं.


एजेंसी इनपुट के साथ


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