Uttarakhand News: उत्तराखंड चारधाम यात्रियों के लिए जरूरी खबर, इन बातों का रखना होगा ध्यान
Uttarakhand News: उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर जाने वाले 50 वर्ष से अधिक आयु के श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य पर इस बार विशेष ध्यान दिया जाएगा. तीर्थ यात्री को अपने स्वास्थ्य का ब्यौरा देना होगा.

Char Dham Yatra 2025: चारधाम यात्रा में भाग लेने वाले 50 वर्ष से अधिक उम्र के श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. इसके तहत प्रदेश सरकार ने एक नई व्यवस्था लागू की है, जिसके तहत सभी वरिष्ठ श्रद्धालुओं को यात्रा से पहले अपनी स्वास्थ्य जानकारी दर्ज करानी होगी. यह जानकारी पर्यटन विभाग की यात्रा पंजीकरण वेबसाइट पर उपलब्ध स्वास्थ्य धाम पोर्टल के माध्यम से दी जा सकेगी.
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि इस व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. यदि कोई श्रद्धालु पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित है, तो उसे अपनी स्वास्थ्य स्थिति का पूरा विवरण इस पोर्टल पर अपलोड करना होगा. इससे यात्रा मार्गों पर स्थित स्क्रीनिंग प्वाइंट्स पर उनकी समुचित जांच की जा सकेगी और जरूरत पड़ने पर उन्हें विशेष चिकित्सा सहायता भी दी जाएगी.
50 वर्ष से अधिक उम्र के श्रद्धालुओं की होगी जांच
डॉ. कुमार के अनुसार, चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य संबंधी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह सतर्क है. स्वास्थ्य धाम पोर्टल के माध्यम से दर्ज की गई जानकारी से डॉक्टरों और चिकित्सा टीम को यह पता रहेगा कि कौन से श्रद्धालु उच्च जोखिम श्रेणी में आते हैं. यात्रा मार्गों पर स्थित स्क्रीनिंग प्वाइंट्स पर 50 वर्ष से अधिक उम्र के सभी श्रद्धालुओं की अनिवार्य जांच की जाएगी. यदि किसी श्रद्धालु की सेहत यात्रा के अनुकूल नहीं पाई जाती, तो उसे आगे की यात्रा के लिए उचित सलाह दी जाएगी.
इस बार की यात्रा में जियो ट्रैकिंग सिस्टम का भी उपयोग किया जाएगा. उच्च जोखिम वाले श्रद्धालुओं को विशेष निगरानी में रखा जाएगा और उनकी लोकेशन को ट्रैक किया जाएगा, ताकि किसी भी स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति में त्वरित सहायता पहुंचाई जा सके. सरकार का लक्ष्य है कि यात्रा के दौरान किसी भी श्रद्धालु की स्वास्थ्य संबंधी समस्या के कारण जान न जाए.
प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत करने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं. प्रमुख धामों और यात्रा मार्गों पर मेडिकल टीमों की संख्या बढ़ाई जा रही है. इसके अलावा, ऑक्सीजन पॉइंट्स, मोबाइल मेडिकल यूनिट्स और टेलीमेडिसिन सेवाओं को भी बेहतर किया जा रहा है.
हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं उत्तराखंड
स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि इस नई प्रणाली से श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान अधिक सुरक्षित अनुभव मिलेगा. चारधाम यात्रा के लिए बड़ी संख्या में लोग हर साल उत्तराखंड पहुंचते हैं, जिनमें से कई उच्च हिमालयी क्षेत्रों में चलने के कारण स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करते हैं. सरकार का प्रयास है कि इस बार की यात्रा में किसी भी श्रद्धालु को स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी न हो और वे अपनी तीर्थ यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा कर सकें.
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