(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chardham Yatra 2022: हफ्तेभर में 26 यात्रियों की मौत से उठ रहे सवाल, अब किए जा रहे ये इंतजाम
चारधाम यात्रा के दौरान एक हफ्ते के भीतर ही 26 तीर्थयात्रियों की मौत से सवाल खड़े हो रहे हैं, अकेले केदारनाथ यात्रा रूट पर ही 10 लोगों की मौत हो चुकी है. अब सरकार इसको लेकर इंतजाम कर रही है.
Uttarakhand Chardham Yatra 2022: उत्तराखंड (Uttarakhand) में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) में करीब हफ्तेभर के भीतर अब तक 26 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है. अकेले केदारनाथ यात्रा रूट पर ही 10 लोगों की मौत हो चुकी है. केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लाइन 3 किलोमीटर तक लंबी है. केदारनाथ धाम तक पहुंचने वाले पैदल रास्ते को देखकर लग रहा है मानो इंसानों का ट्रैफिक जाम लग गया है. संकरे रास्ते पर श्रद्धालुओं की कितनी लंबी कतार नजर आती है.
इस बार केदारनाथ के लिए श्रद्धालु टूट पड़े हैं. 2019 में यानी कोरोना काल से पहले केदारनाथ में 6 महीनों के दौरान 9 लाख 26 हजार लोगों ने दर्शन किये थे. साल 2020 में कोरोना के वक्त पूरे सीजन में सिर्फ 2 लाख 20 हजार लोग गए, फिर 2021 में 2 लाख 42 हजार हजार लोगों ने दर्शन किए. इस बार सिर्फ 7 दिनों के अंदर ही केदारनाथ में 1 लाख 32 हजार लोग दर्शन कर चुके हैं. इससे केदारनाथ में अव्यवस्थाएं फैल गई हैं. केदारनाथ समेत चार धाम यात्रा में 26 लोगों की मौत भी बड़े सवाल खड़े कर रही है.
केदारनाथ धाम में भीड़ को कम करने के हो रहे इंतजाम
इस अव्यवस्था को रोकने के लिए अब कुछ इंतजाम किये गये हैं. जैसे अब बिना रजिस्ट्रेशन के कोई भी यात्रा नहीं कर पाएगा. रात के समय मंदिर खुलने का समय बढ़ा दिया गया है. अब रात 10 के बाद भी भक्त केदारनाथ के दर्शन कर पाएंगे. केदारनाथ धाम में भीड़ ना हो, इसलिए लोगों को पहले रोका जा रहा है. भक्तों को सोनप्रयाग, गौरीकुंड, गुप्तकाशी, रुद्रप्रयाग जैसी जगहों पर ही रोका जा रहा है.