Dhari Devi Temple Shrinagar: चारधाम की रक्षक मां धारी देवी की मूर्ति जल्द अपने नए मंदिर में स्थापित होने जा रही है. इसको लेकर लिए मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है. इसके लिए धारी देवी मंदिर का नए सिरे से रंग-रोगन किया जा रहा है. साथ ही टूटी-फूटी जगहों को ठीक किया जा रहा है. 22 जनवरी से नवनिर्मित मंदिर में धारी देवी के नाम से पाठ शुरू कर दिया जाएगा. जबकि मंदिर में मूर्ति 28 जनवरी को शिफ्ट की जाएगी.


आखिरकार लंबे इंतजार के बाद धारी देवी की मूर्ति नवनिर्मित मंदिर में विराजमान होगी. मंदिर के पुजारी ने शिफ्टिंग के लिए 28 जनवरी का दिन तय किया है. पुजारी न्यास ने क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत को भी कार्यक्रम में शिरकत करने का न्योता दिया है. मंदिर के पुजारी ने बताया कि सिद्धपीठ धारी देवी का ये मंदिर श्रीनगर से करीब 13 किलोमीटर दूर अलकनंदा नदी किनारे स्थित था.

 

22 जनवरी से शुरू होगी शिफ्टिंग की प्रक्रिया

श्रीनगर जल विद्युत परियोजना के निर्माण के बाद यह डूब क्षेत्र में आ रहा था. इसके लिए इसी स्थान पर परियोजना संचालन कर रही कंपनी की ओर से पिलर खड़े कर मंदिर का निर्माण कराया जा रहा था, लेकिन जून 2013 में केदारनाथ जलप्रलय के कारण अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से प्रतिमाओं को अपलिफ्ट कर दिया गया था और पिछले नौ साल से प्रतिमा इसी अस्थायी स्थान में विराजमान हैं.

मुख्य पुजारी धारी देवी लक्ष्मी प्रसाद पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि इसमें हम सत चंडी का विधान करेंगे, सबसे पहले जगह का शुद्धीकरण किया जाएगा और 21 ब्राम्हणों के द्वारा यहां पाठ किया जाएगा, पूजन किया जाएगा. 24 तारीख से हमारा सत चंडी का पाठ शुरू होगा, हालांकि 22 तारीख से ही प्रक्रिया शुरु हो जाएगी, लेकिन 24 तारीख से पंचमी के दिन से हम सत चंडी का आयोजन करेंगे और ठीक अष्टमी को यानि 28 तारीख को देवी को सुबह शुभ मुहूर्त में स्थिर लगने में देवी को यहां विराजमान किया जाएगा.