एक्सप्लोरर
Advertisement
Chardham Yatra 2022: बद्रीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में आई अचानक गिरावट, दोपहर में एकदम सूने दिखे रास्ते
Chardham Yatra 2022: बद्रीनाथ धाम के कपाट जब से खुले हैं तभी से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं. लेकिन मंगलवार को इनकी संख्या में अचानक गिरावट देखी गई. दोपहर तक रास्ते एकदम खाली दिखे.
Badrinath Dham Yatra 2022: अब तक तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ का गवाह बन रहा बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) मंगलवार 31 मई की दोपहर ढलते-ढलते एकदम सूना नजर आया. अचानक श्रद्धालुओं की संख्या घटने से यहां सन्नाटा सा दिखाई देने लगा. मंगलवार को बद्रीनाथ धाम में 14752 तीर्थयात्री पहुंचे. ऐसा क्यों हुआ? इसके कई कारण बताए जा रहे हैं, वहीं अब ये मांग भी उठ रही है कि बद्रीनाथ धाम में प्रतिदिन यात्री संख्या (Chardham Yatra Ragistration) जो तय की गई है, उसे 30,000 तक बढ़ाया जाना चाहिए क्योंकि धाम की क्षमता इस हिसाब से है.
बद्रीनाथ धाम में घटी श्रद्धालुओं की संख्या
माना जा रहा है कि रास्ते में जाम में फंसने की वजह से यात्री बद्रीनाथ धाम नहीं पहुंच पा रहे हैं. सोमवार और मंगलवार को हरिद्वार (Haridwar) में तीर्थ यात्रियों को फंसना पड़ा क्योंकि सोमवती अमावस (Somvati Amavasya) पर उमड़ी भीड़ के कारण हरिद्वार में जाम की स्थिति पैदा हो गई थी. जिसकी वजह से चारधाम आने वाले यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा और कई यात्री बद्रीनाथ धाम नहीं पहुंच पाए. दूसरी तरफ रजिस्ट्रेशन फुल होने की वजह से भी यात्रा में कमी देखी जा रही है. इधर बद्रीनाथ में यात्री संख्या को लेकर बड़ी मांग उठने लगी है.
माना जा रहा है कि रास्ते में जाम में फंसने की वजह से यात्री बद्रीनाथ धाम नहीं पहुंच पा रहे हैं. सोमवार और मंगलवार को हरिद्वार (Haridwar) में तीर्थ यात्रियों को फंसना पड़ा क्योंकि सोमवती अमावस (Somvati Amavasya) पर उमड़ी भीड़ के कारण हरिद्वार में जाम की स्थिति पैदा हो गई थी. जिसकी वजह से चारधाम आने वाले यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा और कई यात्री बद्रीनाथ धाम नहीं पहुंच पाए. दूसरी तरफ रजिस्ट्रेशन फुल होने की वजह से भी यात्रा में कमी देखी जा रही है. इधर बद्रीनाथ में यात्री संख्या को लेकर बड़ी मांग उठने लगी है.
रजिस्ट्रेशन संख्या बढ़ाने की मांग
स्थानीय लोगों का कहना है कि बद्रीनाथ में लगभग 30 हजार यात्रियों के रुकने की व्यवस्था है इसलिए धाम के लिए रजिस्ट्रेशन अधिक से अधिक किया जाना चाहिए. बद्रीनाथ, केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने भी कहा कि यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए. धाम में 25-30 हजार तीर्थयात्री एक दिन में ठहर सकते हैं. अभी 16,000 यात्रियों को प्रतिदिन दर्शन के लिए जाने की अनुमति देने का नियम है. वहीं जोशीमठ की उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने कहा कि धाम में यात्रियों की व्यवस्थाएं की गई हैं लेकिन बिना रजिस्ट्रेशन वाले तीर्थ यात्रियों को नहीं आना चाहिए.
स्थानीय लोगों का कहना है कि बद्रीनाथ में लगभग 30 हजार यात्रियों के रुकने की व्यवस्था है इसलिए धाम के लिए रजिस्ट्रेशन अधिक से अधिक किया जाना चाहिए. बद्रीनाथ, केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने भी कहा कि यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए. धाम में 25-30 हजार तीर्थयात्री एक दिन में ठहर सकते हैं. अभी 16,000 यात्रियों को प्रतिदिन दर्शन के लिए जाने की अनुमति देने का नियम है. वहीं जोशीमठ की उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने कहा कि धाम में यात्रियों की व्यवस्थाएं की गई हैं लेकिन बिना रजिस्ट्रेशन वाले तीर्थ यात्रियों को नहीं आना चाहिए.
अब तक इतने श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
बद्रीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खुले थे, जबकि केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को खोल दिए गए थे. तब से अब तक यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आ चुके हैं आईए आपको यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा बताते हैं.
- बद्रीनाथ धाम में 31 मई तक कुल 4,66,787 श्रद्धालु दर्शन के लिए आ चुके हैं.
- 31 मई को शाम 4 बजे तक 14,752 श्रद्धालु पहुंचे
- केदारनाथ धाम में 6 मई से 31 मई तक 4,30,315 श्रद्धालु पहुंचे.
- 31 मई को केदारनाथ में 12,547 तीर्थयात्री पहुंचे
- बद्रीनाथ-केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 8,97,102 है
- हेमकुंड साहिब एवं लोकपाल तीर्थ 21,223 तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं
जाम से मुक्ति के लिए प्रशासन ने उठाए कदम
चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए ट्रैफिक जाम और पार्किंग की व्यवस्था न होना सबसे बड़ी मुसीबत है. लेकिन जोशीमठ, बद्रीनाथ धाम तथा औली आने वाले पर्यटकों को अब इससे निजात मिल सकती है. एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया कि जोशीमठ में लगभग 200 वाहनों की क्षमता की पार्किंग बनकर तैयार हो रही है. पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस पार्किंग की घोषणा की थी, अब प्रशासन द्वारा काम शुरू कर दिया गया है. जोशीमठ औली मोटर मार्ग पर और जोशीमठ बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर इस पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है.
चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए ट्रैफिक जाम और पार्किंग की व्यवस्था न होना सबसे बड़ी मुसीबत है. लेकिन जोशीमठ, बद्रीनाथ धाम तथा औली आने वाले पर्यटकों को अब इससे निजात मिल सकती है. एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया कि जोशीमठ में लगभग 200 वाहनों की क्षमता की पार्किंग बनकर तैयार हो रही है. पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस पार्किंग की घोषणा की थी, अब प्रशासन द्वारा काम शुरू कर दिया गया है. जोशीमठ औली मोटर मार्ग पर और जोशीमठ बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर इस पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें-
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, राज्य और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
चुनाव 2024
महाराष्ट्र
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement
संजीव श्रीवास्तव, फॉरेन एक्सपर्ट
Opinion