Uttarakhand News: अवैध मजार पर सीएम धामी के फैसले का संतों ने किया स्वागत, जानिए क्या कहा?
Uttarakhand News: निर्मल पंचायती अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर और बीजेपी सांसद साक्षी महाराज का कहना है कि मुख्यमंत्री के निर्णय की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है. अन्य राज्य भी इस मामले में सीख लें.
Haridwar Saints: उत्तराखंड में चल रहा लैंड जिहाद (Land Zihad) का मुद्दा इन दिनों चर्चा में है. प्रदेश के चार मैदानी जिलों में हरिद्वार (Haridwar) में सबसे ज्यादा डेमोग्राफिक चेंज हुए हैं. उत्तराखंड में आकर अवैध रूप से बसने वाले गैर हिंदुओं पर धामी सरकार के सख्त रुख की संत समाज भी सराहना कर रहा है. धर्मनगरी हरिद्वार के साधु संतों का कहना है कि सांप्रदायिक जनसंख्या में बदलाव देशभर की समस्या है. लेकिन, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) की सजगता से उत्तराखंड (Uttarakhand) में इस असंतुलन पर रोक लगेगी. अन्य राज्यों को भी धामी सरकार के कदम से सबक लेकर अपने राज्यों में लैंड जिहाद के खिलाफ अभियान चलाना चाहिए.
क्या बोले स्वामी अवधेशानंद गिरि
जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि का कहना है कि पूरे देश में डेमोग्राफिक चेंज हो रहा है. इनका कहना है कि किसी भी देश की परंपरा, धर्म और संस्कृति प्रभावित नहीं होनी चाहिए. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इस दिशा में किए जा रहे कार्य काफी प्रशंसनीय हैं.
गदगद हैं साक्षी महाराज
निर्मल पंचायती अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर और बीजेपी सांसद साक्षी महाराज का कहना है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जो निर्णय लिया गया है, इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वो कम है. उन्होंने कहा कि अन्य राज्य भी उत्तराखंड सरकार से इस मामले में सीख लें और जैसे लव जिहाद को लेकर पूरे देश में आंदोलन चलाया गया था, वैसे ही लैंड जिहाद के खिलाफ पूरे देश में आंदोलन खड़ा करना होगा. उन्होंने कहा कि अब भारत बदल रहा है. यह नया भारत है. यह नरेंद्र मोदी का भारत है.
आदि योगी महाराज ने भी की प्रशंसा
आदि योगी विद्यापीठ के अध्यक्ष स्वामी आदि योगी महाराज का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा लैंड जिहाद के खिलाफ जिस तरह से कार्य किया जा रहा है, वह काफी प्रशंसनीय है. अवैध तरीके से उत्तराखंड में कई जगह मजार बना दिए गए हैं. इसपर रोक लगाना बहुत जरूरी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किए जा रहे इस कार्य से बाकी राज्यों को भी सीख लेने की जरूरत है. देश में सभी को संवैधानिक अधिकार दिए गए हैं. उसी के अनुरूप कार्य भी करना चाहिए. अवैध मजारों का किसी को समर्थन नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो इसका समर्थन करते हैं, वह देश हित में नहीं हैं.
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