Uttarakhand News: उत्तराखंड में इन दिनों मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में इजाफा देखने को मिल रहा है. उत्तराखंड के देहरादून में भी एक गुलदार का आतंक दिखाई दे रहा है. गुलदार ने रविवार रात को एक 12 साल के बच्चे पर हमला कर दिया था. जिसमें बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया था. उसके साथियों ने शोर मचाकर इस गुलदार को भगाया. इसके बाद बच्चों की जान बचाई जा सकी. इसको लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज वन विभाग के सचिव आरके सुधांशु और मुख्य वन्य जीव प्रतिपादक समीर सिंह को स्पष्ट आदेश दिए हैं.
देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों में गुलदार द्वारा बच्चों पर आक्रमण करने की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रमुख सचिव वन आर. के सुधांशु को निर्देश दिये कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कार्ययोजना पर कार्य करें. मुख्यमंत्री ने सचिवालय में बैठक लेते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने में लापरवाही बरतने वाले वन विभाग के अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि ऐसी घटनाओं पर अधिकारी लगाम लगा सकें.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिए ये निर्देश
उन्होंने कहा कि गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाये जाएं और इन इलाकों में रात्रि गश्त बढ़ाई जाए. सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश में जिन क्षेत्रों में मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं हो रही हैं. उन क्षेत्रों में वन विभाग को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहना चाहिए और 24 घंटे इन इलाकों में नजर रखी जाए ताकि मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में कमी आ सके.
आर्थिक सहायता राशि में की जाए बढ़ोतरी
सीएम धामी ने कहा कि मानव-वन्यजीव संघर्ष में मृत्यु होने पर मृतक के परिवारजनों को आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की जाने वाली राशि को 4 लाख रुपये से बढ़ाकर 6 लाख रुपये करने का प्रस्ताव जल्द लाया जाए. उन्होंने कहा कि नए वाइल्डलाइफ रेस्क्यू सेंटर भी बनाये जाएं. वाइल्डलाइफ में धारण क्षमता से अधिक जानवर होने की स्थिति में यदि अन्य राज्यों से जानवरों की डिमांड आ रही है, तो इसकी भी डिटेल रिपोर्ट बनाई जाए.
उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में धारण क्षमता से अधिक बाघों की बात काफी समय से सामने आ रही है. वहीं प्रदेश में तेजी से लेपर्ड की संख्या भी बढ़ रही है. मुख्यमंत्री पुकार सिंह धामी ने इन सभी बातों पर तेजी से काम करने के निर्देश दिए हैं.
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