Uttarkashi Bus Accident: यमुना घाटी (Yamuna Ghati) में यात्रियों की बस खाई में गिरने से रविवार को 26 यात्रियों की मौत हो गई. जबकि इस सड़क हादसे में 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. इस घटना की सूचना मिलने पर मौके पर एसडीआरएफ (NDRF) के जवानों को राहत वचाब कार्य पर लगाया गया. हालांकि सोमवार की सुबह खोज और बचाव अभियान समाप्त हो गया है. ये सभी यात्री मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पन्ना (Panna) जिले के थे, जो चार धाम यात्रा से वापस जा रहे थे. वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने मृतकों के परिजनों से मिले और घटना पर दुख व्यक्ति किया.
क्या बोले सीएम धामी?
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीती रात उत्तरकाशी के दमटा में हुई बस दुर्घटना स्थल का दौरा किया और मृतक के परिजनों से भी बात की. इसके बाद सीएम धामी ने कहा, "ड्राइवर ने बताया कि स्टीयरिंग फेल होने के कारण हादसा हुआ लेकिन फिर भी हमने इस घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. चारधाम यात्रा में लोगों का आना-जाना सुरक्षित हो इसके लिए हम लगातार रजिस्ट्रेशन का काम कर रहे हैं."
वहीं मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "बस का स्टीयरिंग फेल होने के चलते यह दुर्घटना हुई. ड्राइवर ने पहाड़ से टकराकर बस को रोकने का प्रयास किया लेकिन टकराकर बस खाई में गिर गई. हमने तय किया है कि मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपए और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपए की राशि देंगे. घायलों का इलाज निशुल्क हो उसकी भी व्यवस्था करेंगे. हम परिजनों से रात से संपर्क में हैं."
बचाव अभियान समाप्त
वहीं उत्तराखंड के डीजीपी शोक कुमार ने बताया, "मध्य प्रदेश के पन्ना जिले से 28 तीर्थयात्रियों को लेकर जा रही एक बस उत्तरकाशी जिले के दमटा के पास खाई में गिर गई. घायलों को अस्पताल भेज दिया गया है." जबकि बचाव अभियान समाप्त होने के बाद उत्तराखंड पुलिस द्वारा जानकारी देते हुए कहा गया, "खोज और बचाव अभियान समाप्त हो गया है. हादसे में कुल 26 लोगों की मौत हुई और 4 लोग घायल हुए हैं. घायलों को इलाज के लिए हायर सेंटर भेजा गया है. बस में 28 तीर्थयात्रियों समेत कुल 30 लोग सवार थे."
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