Uttarakhand Rain: उत्तराखंड (Uttarakhand) में गुरुवार और शुक्रवार को हुई बारिश (Rain) से किसानों की फसलों (Crops) को काफी नुकसान हुआ है. इसके बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने कृषि विभाग और आपदा विभाग को नुकसान के आकलन के निर्देश दिए हैं ताकि उस अनुरूप किसानों की मदद की जा सके. 24 घंटों में हुई बारिश से गेहूं के अलावा अन्य फसलों को भी नुकसान पहुंचा है. 


सीएम धामी ने दरअसल देहरादून में पत्रकारों को संबोधित किया और किसानों की फसलों को हुए नुकसान के अलावा अन्य मामलों से जुड़े सवालों के जवाब दिए. सीएम धामी ने कहा कि 'वाइब्रेंट विलेज' पीएम नरेंद्र मोदी की प्रमुख योजनाओं में एक है, जो कि सीमा से लगे हुए अंतिम गांव को प्रथम गांव के रूप में विकसित किए जाने की ओर कदम भी है. उत्तराखंड के चार गांव- माणा,नीति,मलारी और गूंजी का चयन 'वाइब्रेंट विलेज' के तहत किया गया है, और केंद्रीय मंत्री भी इन गांवों में प्रवास कर नई पहचान और नई व्यवस्थाओं की शुरुआत कर रहे हैं. सीएम धामी का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि उत्तराखंड के कुछ और गांवों का चयन किया जाएगा.


चारधाम यात्रियों को दी जाएंगी बेहतर सुविधाएं- सीएम धामी
केंद्र सरकार के द्वारा अलग-अलग विभागों के माध्यम से प्रदेश सरकार को पिछले कुछ दिनों में लगातार बजट आवंटित किया गया है जिसको लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने कहा है कि यह दशक उत्तराखंड का दशक होगा, इसलिए जिस तरीके से केंद्र सरकार के द्वारा उत्तराखंड में विकास कार्यों को लेकर बजट जारी किया जा रहा है, उसे निश्चित तौर से उत्तराखंड में विकास के कार्य तेजी से आगे भी बढ़ रहे हैं.'  उत्तराखंड में जहां एक तरफ चारधाम यात्रा की तैयारियां चल रही हैं  तो वहीं दूसरी तरफ मौसम इसमें बाधा पैदा कर रहा है. चारों धामों में बर्फबारी से तैयारियों में असर भी देखने को मिल रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि यात्रा शुरू होने में अभी 20 दिन से ज्यादा समय है. आगे मौसम साफ होगा और तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं दी जाएंगी.


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