World Drug Prohibition Day: आज अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस दुनिया भर में मनाया जा रहा है. नशा निषेध दिवस मनाने का मकसद लोगों को नशे से होने वाले साइड इफेक्ट्स के प्रति जागरूक करना है. नशा कई बीमारियों को जन्म देता है. मानसिक और शारीरिक सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है. समाज को नशा मुक्त करने के लिए देश में कानून बने हैं. नशीली दवाओं या पदार्थों का सेवन करने वालों की बढ़ती संख्या को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने 7 दिसंबर 1987 को अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाने की घोषणा की थी.
नशा निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर सीएम धामी का संदेश
अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संदेश जारी किया है. उन्होंने उत्तराखंड वासियों से नशा मुक्त प्रदेश बनाने में सहयोग मांगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि नशा युवाओं को बर्बाद कर रहा है. उन्होंने नशा मुक्ति के खिलाफ अभियान में समाज का आह्वान किया. मुख्यमंत्री ने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रदेश वासियों से शपथ लेने की अपील की. बता दें कि देवभूमि उत्तराखंड में ड्रग्स का अवैध कारोबार तेजी से फैल रहा है. ड्रग्स माफिया के निशाने पर सबसे ज्यादा युवा पीढ़ी है.
ड्रग्स माफिया के खिलाफ अधिकारियों को सख्त निर्देश
स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों को ड्रग्स तस्कर चंगुल में फंसाकर मोटी कमाई करते हैं. ड्रग्स माफिया की कमर तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त कार्रवाई करने का अधिकारियों को निर्देश दिया. उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि नशा की रोकथाम के लिए अगर सख्त कानून लाने की भी जरूरत पड़ी तो सरकार पीछे नहीं हटेगी. बता दें कि मुख्यमंत्री धामी की सरकार ने 2025 तक देवभूमि उत्तराखंड को ड्रग्स फ्री बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. उन्होंने पहले भी जिले स्तर पर व्यापक रूप से जन जागरूकता अभियान चलाने का अधिकारियों को निर्देश दिया था. युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं.