देहरादून: उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी दलों के नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक की. सर्वदलीय बैठक में आम आदमी पार्टी और बसपा के नेताओं के अलावा सभी दलों के नेता शामिल थे. आम आदमी पार्टी और बसपा का कहना है कि इस बैठक में उन्हें बुलाया नहीं गया था. भाजपा की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार, कांग्रेस की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदेश और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, यूकेडी से दिवाकर भट्ट और धनोल्टी से निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार मौजूद रहे.


विपक्षी दलों ने क्या कहा 
बैठक के दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर चर्चा हुई. विपक्षी दलों के नेताओं ने भी अपने सुझाव रखे. विपक्षी दलों की तरफ से कहा गया कि प्रदेश में कोविड अस्पताल बढ़ाए जाएं और ऑक्सीजन की कमी को पूरा किया जाए. विपक्षी नेताओं ने दवाइयों की कालाबाजारी के खिलाफ अभियान चलाने की बात कहते हुए कहा कि किसी भी हाल में आईसीयू, वेंटिलेटर की कमी न होने पाए. उन्होंने ये भी कहा कि बाहर से लौटने वाले प्रवासीयों की आजीविका को लेकर रणनीति भी बनाई जानी चाहिए. 


ये हुए निर्णय 
बैठक में इस बात को लेकर फैसला हुआ कि सरकारी कार्यालयों के बंद रहने की अवधि में तीन दिन का इजाफा किया जाएगा. अब बुधवार तक प्रदेश के सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे. शराब की दुकानें भी अब दोपहर दो बजे बंद होंगी.  


बढ़ रहे हैं केस 
बता दें कि, उत्तराखंड में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. राज्य में बीते 24 घंटों में कोरोना के 5084 नए केस सामने आए हैं. नए मामले सामने आने के बाद कोरोना के कुल केस 1,47,433 तक पहुंच गए हैं. इस अवधि में इलाज के बाद 1466 लोग अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं. कोरोना की चपेट में आने से पिछले 24 घंटों में 81 लोगों की मौत हुई है. इस समय राज्य में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 33,330 है और अब तक 2102 लोगों की मौत हो चुकी है. इतना ही नहीं अब तक कोरोना संक्रमण से कुल 1,08,916 लोग ठीक हो चुके हैं.


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