देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने क बार फिर अजीबोगरीब बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, आपदा के समय जिनके ज्यादा बच्चे थे, उनको ज्यादा सरकारी मदद मिली. सीएम ने कहा कि, किसी के अगर 20 बच्चे थे तो उसे प्रत्येक बच्चे पर 20 किलो अनाज मिला. मतलब उस परिवार को एक क्विंटल अनाज मिला. लेकिन जिनके दो बच्चे थे, उनको 10 किलो के हिसाब से 20 किलो ही मदद मिली. अब गलती किसकी है, जिसने ज्यादा बच्चे पैदा किए, उसको ज्यादा मदद मिली, कम बच्चे वाले को कम मदद मिली.


ब्रिटेन की जगह अमेरिका बोल गये
यही नहीं, अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कोरोना महामारी का जिक्र करते हुये एक बड़ी भूल कर दी. कोरोना से निपटने को मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि अन्य देशों के मुकाबले भारत ने इस बीमारी से बेहतर तरीके से निपटा. इसी दौरान उन्होंने गलती करते हुये कह दिया कि, अमेरिका ने हम 200 से ज्यादा सालों तक राज किया और इस समय वह संघर्ष कर रहा है. यहां पर अमेरिका नहीं बल्कि ब्रिटेन ने भारत पर राज किया था.





फटी जींस पर बयान देकर घिर गये थे रावत


इससे पहले मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत फटी जींस को लेकर दिये गये बयान पर घिर गये थे. आपको बता दें कि, हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री रावत ने कहा था कि संस्कारों के अभाव में युवा अजीबोगरीब फैशन करने लगे हैं और घुटनों पर 'फटी जींस' पहनकर खुद को बड़े बाप का बेटा समझते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे फैशन में लड़कियां भी पीछे नहीं हैं.


उन्होंने इस संबंध में एक घटना का भी उल्लेख किया और कहा कि एक बार जब वह हवाई जहाज में बैठे तो उनके साथ एक महिला बैठी थीं जो गम बूट पहने हुई थीं, उनकी जींस घुटनों पर फटी थी, हाथों में कई कड़े थे और उनके साथ दो बच्चे भी थे. रावत ने कहा कि वह महिला एनजीओ चलाती हैं जो समाज के बीच में जाती हैं और स्वयं उनके दो बच्चे हैं लेकिन घुटने फटे हुए हैं तो ऐसे में वह क्या संस्कार देंगीं.


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