नोएडा. उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद बड़ा हादसा हुआ है. ऋषिगंगा नदी पर बना पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह तबाह हो गया है. वहीं, एनटीपीसी के कुछ और प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा है. इस हादसे के बाद एबीपी न्यूज ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात की है. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए इस हादसे को लेकर विस्तार से जानकारी दी.
200 से ज्यादा लापता होने की खबर
सीएम रावत ने बताया कि हादसे में लापता होने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है. कल तक जहां 170 लोगों के लापता होने की खबर थी. वहीं सीएम ने आज कहा कि अब तक 200 से ज्यादा लोग लापता हुए हैं. लापता लोगों में मजदूर और स्थीनाय लोग शामिल हैं. उन्होंने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आज चार और शव बरामद किए गए हैं. अभी तक 11 शवों को बरामद किया जा चुका है.
"संपर्क में सभी गांव"
सीएम ने कहा कि कल 360 परिवारों से संपर्क टूट गया था. अब सभी गांव संपर्क में है. उन्होंने कहा कि कल 360 परिवारों से भी संपर्क टूट गया था. इसके अलावा किसी गांव या सड़क में क्षति की खबर भी नहीं है.
"टनल में भारी मलबा जमा, रेस्क्यू जारी"
उन्होंने आगे कहा कि दो सुरंगों में जबरदस्त मलबा जमा हो गया था. रविवार शाम को तपोवन में एक सुरंग को खोल लिया गया, लेकिन दूसरी सुरंग करीब ढाई किमी लंबी है. इस लंबी सुरंग में भारी मलबा भी जमा हो गया है. मशीनों के जरिए मलबा हटाना संभव नहीं हो पा रहा है. रेस्क्यू काफी जोखिम भरा है. रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन सुरंग में फंसे लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है.
"रेस्क्यू के लिए आर्मी, एयर फोर्स, एनडीआरएफ की कई टीमें लगी"
त्रिवेंद्र सिंह ने बताया कि रेस्क्यू के लिए आर्मी के कई जवान, एनडीआरएफ और आईटीबीपी की कई टीमें लगी हैं. आर्मी के तीन हेलिकॉप्टर, एयर फोर्स का हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है. केंद्र सरकार से सभी जरूरी सुविधाएं मिल रही हैं.
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