Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में पहाड़ों में बिना बर्फबारी के कड़ाके की ठंड पड़ रही है और यहां इंसान तो क्या जानवर भी ठिठुरन से बेहाल है. ठंड से बचने के लिए बेजुबान जानवर भी इंसानों की ओर से जलाए गए अलाव के आस पास आकर अपनी जान बचाने को मजबूर हैं. हालांकि, विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में पिछले वर्षों की तुलना में इस बार बर्फबारी नहीं हो रही है. केदारनगरी पिछले वर्षों तक इन दिनों पांच फीट से अधिक बर्फ से ढ़की रहती थी, लेकिन इन दिनों धाम में एक इंच भी बर्फ नहीं पड़ी है. लेकिन, धाम में ठंड इतनी अधिक बढ़ गई है कि वहां पेयजल के पाइप और नाले भी जमने लगे हैं. ठंड के कारण केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी अब प्रभावित होने लगा है. कंपकंपाती सर्दी की वजह से पुनर्निर्माण कार्यों में लगे मजदूर अब नीचे लौट आए हैं.


बाजारों में पसरा सन्नाटा

प्रदेश में बढ़ती ठंड का असर अब बाजारों पर भी पड़ने लगा है. सर्दी ने लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करना शुरू कर दिया है. हालात ये है कि लोग जगह-जगह गांव से लेकर शहरों तक में अलाव के सहारे जी रहे हैं. लिहाजा, बाजार में घूमने वाले आवारा पशु भी सर्दी से बचने के लिए आग के नजदीक आकर राहत पाने की मशक्कत करते नजर आ रहे हैं. ठंड का सितम इतना अधिक है कि सुबह सात बजे खुलने वाला रुद्रप्रयाग बाजार अब दस बजे खुल रहा है. ठंड के कारण ग्रामीण क्षेत्रों से लोग बाजार का रुख भी नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. 


उत्तराखंड में 15 जनवरी तक स्कूल बंद रखने का आदेश


इसी बीच उत्तराखंड में शीत लहर और कोहरे के कहर को देखते हुए आगामी 15 जनवरी तक सभी शासकीय, अशासकीय पब्लिक स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है. महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी ने यह आदेश जारी करते हुए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से इन आदेशों के सख्ती से पालन कराने के निर्देश भी दिए हैं. इन आदेशों के बाद अब जिलाधिकारी स्तर से भी अलग-अलग जिलों में आदेश जारी किए जाएंगे.


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