Scam in Haridwar Mahakumbh: हरिद्वार महाकुंभ में हुए कोरोना घोटाले को लेकर गठित कमेटी ने जांच लगभग पूरी कर ली है. कमेटी की तरफ से की जा रही इस बड़े घोटाले की जांच में कुंभ मेले के दौरान आरोपी नालवा लैब द्वारा लगभग एक लाख से अधिक कोरोना की फर्जी डेटा के आधार पर जांच सामने आई है. जल्द ही जांच पूरी होने पर कई लोग इस बड़े घोटाले में गिरफ्तार भी किए जा सकते हैं. वहीं, इस मामले में मेला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अलग से की जा रही जांच को भी हरिद्वार जिलाधिकारी ने खारिज कर दिया है. 


एक ही घर से सैकड़ों लोगों की हो गई जांच
बता दें कि, कुंभ मेला 2021 के दौरान हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं की कोरोना जांच मैक्स कॉपरेटिव दिल्ली द्वारा दो लैब डॉ लालचंदानी लैब दिल्ली और नालवा लैब हरयाणा से कराई गई थी. ये कोरोना जांच सवालों के घेरे में आ गई. हरयाणा की प्राइवेट लैब नालवा द्वारा फर्जी तरीके से श्रदालुओं की जांच कर कुंभ मेला प्रशासन को लाखों रुपये का चूना लगाने का प्रयास किया गया है. इस प्राइवेट लैब द्वारा एक ही फोन नंबर सैकड़ों श्रद्धालुओ की जांच रिपोर्ट में डाला गया है. कई जांच रिपोर्ट में एक ही आधार कार्ड का इस्तेमाल किया गया है. वहीं, एक ही घर से सैकड़ों लोगों की जांच का मामला सामने आया है, जो असंभव सा लगता है.


ऐसे सामने आया मामला 
पंजाब के एक युवक को हरिद्वार से प्राइवेट लैब ने कोरोना की जांच रिपोर्ट भेज दी जबकि युवक हरिद्वार कुंभ मेले में शिरकत करने भी नहीं पहुचा था. युवक द्वारा इस मामले की शिकायत आईसीएमआर से की गई जिसके बाद आईसीएमआर ने जांच के निर्देश जारी किए गए थे. जिसके बाद हरिद्वार एसएसपी ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया. वहीं, हरिद्वार जिलाधिकारी के आदेश पर हरिद्वार सीडीओ के नेतृत्व में तीन अधिकारियों की जांच कमेटी भी बनाई गई है. इन दोनों ही टीमों की जांच अब अंतिम चरण में है.


एसआईटी को दी जाएगी जांच रिपोर्ट
कुंभ मेले के दौरान कोरोना जांच को लेकर हुए बड़े घोटाले पर हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि जांच कमेटी ने अभी तक 65 हजार फोन नंबरों पर फोन करके जानकारी ले ली है. जांच में अभी तक यही समस्या आ रही है कि एक लाख से अधिक डेटा को क्रॉस चेक करना पड़ रहा है. बाकी बचे नंबरों पर भी फोन कॉल करके क्रॉस चेक किया जा रहा है. जिलाधिकारी हरिद्वार ने ये भी बताया कि जांच कमेटी बहुत जल्द ही इस मामले में अपनी रिपोर्ट सौंपने वाली है. इस जांच में जो कुछ भी निकलकर सामने आएगा उसके आधार पर गिरफ्तारी भी की जा सकती है. जिलाधिकारी ने कहा कि जांच रिपोर्ट एसआईटी को दी जाएगी.


डिस्ट्रिक्ट लेवल पर जांच सौंपी गई है
वहीं, मेला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अलग से कराई जा रही जांच पर जिलाधिकारी हरिद्वार का कहना है कि इस बडे घोटाले में राज्य सरकार के माध्यम से डिस्ट्रिक्ट लेवल पर जांच सौंपी गई है. जांच कमेटी गठित करके इंक्वायरी कर रहे हैं तो कोई भी पैरलल जांच करने का कोई औचित्य नहीं है. जांच निर्धारित समय में करने के साथ सही जांच को पूरा करना सबसे जरूरी है इसलिए जांच में जितने टाइम की जरूरत है हम उतना टाइम ले रहे हैं और जल्द इसका समापन करने का प्रयास है.


ये भी पढ़ें:  


सपा नेताओं से अखिलेश यादव ने की कोरोना वैक्सीन लगवाने की अपील, पहले कर चुके हैं इनकार