Uttarakhand News: उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी 14 अगस्त के दिन को विभाजन विभीषिका दिवस के तौर पर मनाने की तैयारी कर रही है. जिसमे विभाजन के समय हुई त्रासदी के बारे में लोगों को बताया जाएगा. बीजेपी के इस कार्यक्रम पर कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराई है. कांग्रेस ने कहा देश विभाजन के दंश को भूलना चाहता है उस दर्द को कुरेदना नहीं चाहता है. बीजेपी उस दर्द को फिर से हरा करने की कोशिश करना चाहती है.
दरअसल बीजेपी जहां विभाजन विभीषिका के जरिए कांग्रेस को घेरने का प्लान बना रही है. कार्यक्रम के तहत साल 1947 में जब भारत-पाकिस्तान का विभाजन हुआ था उस वक्त किस प्रकार से दंगे हुए थे और कौन-कौन लोग उन दंगों में पीड़ित थे, क्या क्या हुआ था? इसको लेकर बीजेपी उस दौरान की बनी फिल्में और फोटो के जरिए लोगों को जागरूक करेगी और ये बताने की कोशिश की जाएगी कि उस दौरान कैसे लोग पीड़ित हुए थे और कैसे दंगों में लोगों की जानें गई थी.
कांग्रेस ने जताया इस बात पर विरोध
कांग्रेस पूर्ण रूप से इस कार्यक्रम का विरोध कर रही है. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने भाजपा को ऐसे दिवस ना मनाने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा देश की जनता विभाजन में हुए जनहानि और नुकसान को भूलना चाहती है और भारत के उज्जवल भविष्य की ओर अपनी निगाहें लगाए हुए है. इसलिए भाजपा को अतीत के काले पन्ने दुबारा नहीं खोलने चाहिए.
कांग्रेस नेता ने कहा कि हम बीजेपी के इस कार्यक्रम का विरोध करते हैं. कांग्रेस की माने तो जिस विभाजन के दंश को भारत भूलना चाहता है और उस दर्द को कुरेदना नहीं चाहता. भारतीय जनता पार्टी उस दर्द को दोबारा से कुरेद कर जख्म को हरा करना चाहती है ताकि लोग उस दौरान हुए दंगों को ना भूलें हम इस बात का विरोध करते हैं और भारतीय जनता पार्टी से कहना चाहते हैं कि इस प्रकार के कृत्य ना करें जिससे लोग फिर से अपने उस दर्द को महसूस करने लगे.
वहीं दूसरी तरफ भाजपा उस कालखंड में विभाजन के दौरान जो लोगों को जो यातनाएं सहनी पड़ी थी उसकी याद में मौन जुलूस निकालेगी वहीं ऑडिटोरियम में फिल्म दिखाने का कार्यक्रम भी करने जा रही है. प्रदेश कमेटी इस कार्यक्रम को लेकर तैयारियों में जुट गई है.