Uttarakhand Congress Crisis: उत्तराखंड में कांग्रेस मजबूत होने के बजाय बिखरती दिख रही है. सोमवार को कांग्रेस के दो बड़े नेताओं ने कांग्रेस छोड़ आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया. प्रदेश प्रवक्ता रह चुके आरपी रतूड़ी और देहरादून महिला कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष रही कमलेश रमन ने पार्टी को बाय-बाय कह 'आप' में शामिल हो गए. कांग्रेस 2017 और 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में बड़े मार्जिन से हारी. जरूरत थी पार्टी को मजबूत करने की लेकिन अब स्थिति बिखराव तक पहुंच गई.


कांग्रेस के दो वफादार सिपाहियों ने थामा 'आप' का दामन


आरपी रतूड़ी और कमलेश रमन कांग्रेस में सच्चे सिपाही के तौर पर बहुत लंबे समय से थे. अब अचानक पार्टी से खफा होकर कांग्रेस को छोड़ने का निर्णय ले लिया. आरपी रतूड़ी ने पार्टी छोड़ने से पहले सोशल मीडिया पर दर्द बयान किया. उन्होंने लिखा, "'आज मन अत्यंत आहत है. मैंने अपने जीवन के 45 साल कांग्रेस पार्टी को दिए और अब कांग्रेस के हालात भविष्य में अच्छा संकेत नहीं हैं. पार्टी नेतृत्व की तरफ से लिए जा रहे फैसले अंतर्कलह का सबक हैं. अत्यंत ही दुःखद हैं." कांग्रेस छोड़ने के पीछे रतूड़ी ने अंतर्कलह की बात कहकर जता दिया कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.  


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 क्या हरीश रावत और प्रीतम सिंह की ज़ुबानी जंग वजह !


बुरे वक्त से गुजर रही कांग्रेस के लिए वरिष्ठ नेता अहम हो जाते हैं. लेकिन जग जाहिर है कि बड़े नेताओं के बीच में तालमेल नहीं है. बड़े नेताओं की सोशल मीडिया पर बयानबाजी से जाहिर होता है. बताते चलें कि हाल ही में प्रीतम सिंह ने 2016 की बगावत को कांग्रेस के कमजोर होने की सबसे बड़ी वजह बताया था और अप्रत्यक्ष तौर पर हरीश रावत की ओर इशारा किया था. 2016 में हरीश रावत के मुख्यमंत्री रहते नाराज नौ नेता कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुए थे. उसी समय से बड़े नेताओं की आपसी खींचतान के कारण पार्टी का छोटा कार्यकर्ता भी खुद को असहज महसूस कर रहा था. अब जब पार्टी छोड़ने वाले नेताओं ने कांग्रेस के भीतर अंतर्कलह की बात कह दी, तो इशारा भी इन दो नेताओं की ओर जाता दिखाई दे रहा है. 


दिल्ली में मनीष सिसोदिया ने दिलायी पार्टी की सदस्यता


सोमवार सुबह कांग्रेस पार्टी छोड़ी और दोपहर तक आम आदमी पार्टी का दोनों नेताओं ने दामन थाम लिया. दिल्ली में दोनों नेताओं को उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी में शामिल कराया. कमलेश रमन और आरपी रतूड़ी संग कांग्रेस के एक और नेता ने भी आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली. उधर दिनभर कांग्रेस के नेता मनाने की बात कहते रहे. लेकिन तय था कि पार्टी छोड़ने से पहले दोनों नेता आम आदमी पार्टी में शामिल होने का मन बना चुके थे. इसके पीछे बड़ी वजह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे जोत सिंह बिष्ट भी हैं. बिष्ट कांग्रेस छोड़ आप में शामिल होने के बाद संगठन समन्वयक हैं. कमलेश रमन और रतूड़ी को आप में शामिल कराने के लिए जोत सिंह बिष्ट की भी भूमिका सामने आई है.


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