Uttarakhand News: पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता हरीश रावत (Harish Rawat) की इन दिनों बीजेपी (BJP) नेताओं से नजदीकियां कुछ ज्यादा ही बढ़ रही हैं. यह हम नहीं बल्कि हरीश रावत की बीजेपी नेताओं से हो रही मुलाकात कह रही है. हफ्ते भर के अंदर हरीश रावत की उत्तराखंड बीजेपी (Uttarakhand BJP) के कई बड़े नेताओं से मुलाकात हुई. जिनमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami), सतपाल महाराज (Satpal Maharaj) और विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी (Ritu Khanduri) शामिल हैं.
क्या हैं मायने
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की इन दिनों बीजेपी के नेताओं से नजदीकियां बढ़ रही हैं. पिछले कुछ दिनों से तमाम नेता हरीश रावत के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात कर चुके हैं. पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, फिर विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी और उसके बाद बीजेपी की दो महिला विधायक सरिता आर्या और शैला रानी रावत ने भी हरीश रावत से मुलाकात की. लेकिन चर्चाएं उस वक्त शुरू हुई जब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत नौ साल बाद अपने पुराने साथी सतपाल महाराज से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. दोनों नेताओं की मुलाकात से चर्चाओं का बाजार गर्म है. इतना ही नहीं हरीश रावत में सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री धामी की जमकर तारीफ भी की है. हालांकि बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज इस मुलाकात को सामान्य मान रहे हैं. लेकिन नौ साल बाद दोनों नेताओं की मुलाकात के कई मायने भी निकाले जा रहे हैं.
क्या बोले कांग्रेस नेता
सतपाल महाराज जब कांग्रेस के नेता थे, उस वक्त हरीश रावत और सतपाल महाराज एक दूसरे के धर विरोधी थे. लेकिन नौ साल बाद हरीश रावत की सतपाल महाराज से हुई मुलाकात काफी चर्चाओं में हैं. नौ साल बाद हुई इस मुलाकात के कई मायने भी निकाले जा रहे हैं. हालांकि कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह का यह कहना है कि बीजेपी नेता हरीश रावत से कुछ सीखना चाहते हैं. इसलिए लगातार उनसे मुलाकात कर रहे हैं.
क्यों हुई मुलाकात
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और बीजेपी नेताओं की मुलाकात चर्चाओं में है, क्योंकि बीजेपी के कई नेताओं से हरीश रावत की मुलाकात कई मायनों में अहम भी मानी जा रही है. लेकिन इस मुलाकात के मायने क्या हो सकते हैं, यह हरीश रावत और बीजेपी नेताओं से बेहतर कोई नहीं जानता.
ये भी पढ़ें-