Dehradun News: कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई के पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह (Pritam Singh) ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) से मुलाकात की. जिसके बाद सिंह के राजनीतिक कदमों को लेकर अटकलें लगायी जा रही हैं. दरअसल सिंह ने रविवार देर रात धामी से ऐसे समय में मुलाकात की थी, जब कांग्रेस आलाकमान द्वारा उत्तराखंड में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पदों पर की गयी नियुक्ति में उन्हें कोई तवज्जो नहीं दी गयी.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद की उम्मीद लगाए बैठे थे प्रीतम सिंह
बता दें कि चकराता सीट से लगातार पांच बार विधायक होने के अलावा सिंह 2017 से 2021 तक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहीं इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद पिछले साल सिंह ने यह पद भी संभाला था. वहीं हाल में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद गणेश गोदियाल ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और सिंह एक बार फिर से प्रदेश अध्यक्ष पद की उम्मीद लगाए बैठे थे. हालांकि, यह पद पूर्व विधायक करण माहरा को दे दिया गया. इसके अलावा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद भी चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर पार्टी में लौटे यशपाल आर्य को दिया गया.
षड्यंत्र के तहत गुटबाजी का आरोप लगाया गया- सिंह
हालांकि, इस संबंध में पूछे जाने पर सिंह ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया और केवल इतना ही कहा कि उनके खिलाफ एक षड्यंत्र के तहत गुटबाजी का आरोप लगाया गया. सिंह ने संवाददाताओं से कहा, 'मुझ पर आरोप लगाए गए हैं कि मैंने कांग्रेस प्रत्याशियों को हराने के लिए काम किया. इन आरोपों में कोई सत्यता नहीं है और मैं चाहता हूं कि इन आरोपों की जांच हो.'वहीं, सिंह ने धामी से हुई मुलाकात पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
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