Uttarakhand Congress: उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान में चकराता से विधायक प्रीतम सिंह (Pritam Singh) के आह्वान पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देहरादून के रेंजर्स ग्राउंड से सचिवालय कूच किया. इस दौरान कांग्रेस (Congress) के भीतर की गुटबाजी एक बार फिर खुलकर सामने आ गई. जहां एक तरफ प्रीतम सिंह के आह्वान पर कांग्रेस के अधिकतर विधायक और पूर्व विधायकों समेत भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंचे थे वहीं दूसरी तरफ संगठन के लोग इस कूच से नदारद दिखे. हालांकि प्रीतम सिंह के साथ नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य (Yashpal Arya) मौजूद रहे.
प्रीतम सिंह ने दिखाया दम
दरअसल प्रीतम सिंह ने जब सचिवालय कूच का आह्वान किया था, तब से संगठन इस वजह से नाराज चल रहा है कि इसकी जानकारी उन्होंने संगठन और प्रदेश अध्यक्ष को नहीं दी. यही वजह रही कि संगठन के लोग प्रीतम सिंह की इस आवाहन में शामिल नहीं हुए लेकिन फिर भी प्रीतम सिंह, विधायक, पूर्व विधायक, नेता प्रतिपक्ष समेत तमाम कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की बड़ी भीड़ जुटाने में कामयाब हुए. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित कई बड़े नेताओं ने इस कूच से दूरी बनाए रखी.
भारी संख्या में प्रीतम सिंह के साथ सचिवालय कूच करने पहुंचे कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं पुलिस की भारी सुरक्षा को चकमा देकर प्रीतम सिंह और कई कार्यकर्ता बैरिकेडिंग पार कर सचिवालय के करीब भी पहुंच गए. प्रीतम सिंह के इस सचिवालय कूच को उनके शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है.
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने साधा निशाना
वहीं दूसरी तरफ प्रीतम सिंह के सचिवालय कूच पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी समाप्ति की ओर है और इन दिनों अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है. ऐसे में कांग्रेस के नेता अब अपनी ही पार्टी के भीतर अपने वर्चस्व की लड़ाई लड़ रहे हैं. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि चाहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत हों या पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह सभी एक दूसरे को नीचा दिखाने और अपने आप को श्रेष्ठ साबित करने में लगे हैं. संगठन नाम की चीज कांग्रेस में अब बची नहीं है.
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