Uttarakhand Paper Leak Case: देहरादून में प्रदर्शन के दौरान युवाओं के उपर हुए लाठीचार्ज का कांग्रेस द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया. इस विरोध प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की तबीयत बिगड़ गई. देहरादून पुलिस ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (यूकेपीएससी) के उम्मीदवारों पर लाठीचार्ज किया था, जो शहर के घंटाघर चौक के पास राज्य की भर्ती परीक्षा में कथित गड़बड़ी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भी प्रदर्शन किया और इस दौरान पूर्व सीएम की तबीयत बिगड़ गई. कई भर्ती परीक्षाओं में कथित अनुचित गतिविधियों के विरोध में गुरुवार को गांधी पार्क में अभ्यर्थियों की भारी भीड़ उमड़ी. इसके बाद में जैसे ही छात्र घंटाघर चौक की ओर बढ़ने लगे, स्थानीय प्रशासन ने भीड़ को संभालने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया. कुछ ही देर में पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया, जिसके बाद दोनों के बीच जमकर पथराव हुआ.
छात्रों के इस प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने छात्रों से अपील करते हुए उनसे शांति बनाए रखने को कहा था. सीएम धामी ने कहा था कि हमारी सरकार प्रदेश के युवाओं के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह सतर्क है. हमने किसी भी भर्ती घोटाले को न तो दबाया है और न ही छिपाया है. सीएम धामी ने कहा हमारी सरकार ने भर्ती परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सख्त कानून लाने का फैसला पहले ही कर लिया है. हम देश के सबसे कड़े एंटी-कॉपी पर काम कर रहे हैं. हमारी सरकार युवाओं के हित में लगातार फैसले ले रही है. सीएम ने कहा कि मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि भविष्य में होने वाली सभी भर्तियां निष्पक्ष रूप से की जाएंगी.
वहीं उत्तराखंड में युवाओं के प्रदर्शन को रोकने के लिए देहरादून जिला प्रशासन की तरफ से शुक्रवार को परेड ग्राउंड के चारों ओर 300 मीटर के दायरे में धारा 144 लगाते हुए निषेधाज्ञा लागू कर दी है. धारा 144 भर्ती परीक्षाओं में कथित घोटाले के खिलाफ बेरोजगार युवाओं के यहां जारी प्रदर्शनों को देखते हुए लागू की गई है.