Uttarakhand Election: कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री बालकृष्ण टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं. उन्होंने कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है. पिछली बार वह काफी कम मतों के अंतर से हारे थे. जबकि सोमेश्वर में कांग्रेस ने दो-दो बार हारे प्रत्याशियों को फिर से टिकट दिया है. उन्होंने कहा कि वह बागेश्वर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. सोमवार को पार्टी कार्यकर्ता सामूहिक इस्तीफा भी देंगे.


पत्रकार वार्ता में बालकृष्ण ने कहा कि चार-पांच दिन पूर्व उन्हें दिल्ली से फोन आया था. तनिष्क सिंह ने कहा कि वह पार्टी को ढाई लाख रुपये भेज दें. उन्हें बैंक खाता नंबर दिया जाएगा, लेकिन खाता नंबर नहीं आया.


बोले पांच वर्ष तक धरातल पर किया काम


उन्होंने कहा कि उनका टिकट काटने में जिले के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का हाथ है. उन्होंने पांच वर्ष तक धरातल पर काम किए हैं. पार्टी को मजबूत बनाया है. लोगों की समस्याओं के लिए भूख हड़ताल की. गरीब, असहाय लोगों की मदद के लिए खड़े रहे. अपना खून तक जरूरतमंदों को दिया. अपने बुढ़े माता-पिता की परवाह नहीं की. बच्चों को छोड़ दिया. पार्टी के लिए घरबार छोड़ा. 20 वर्ष से पार्टी में काम कर रहे हैं. सर्वे रिपोर्ट में वह सबसे आगे रहे. पार्टी ने हलद्वानी में रहने वाले को टिकट देकर जिले की जनता के साथ अन्याय किया है.


निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव


बालकृष्ण ने कहा है कि वे जनता के बीच जाकर पूछेंगे कि उनकी क्या गलती थी कि उनको टिकट नहीं दिया गया. वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में जाएंगे.


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