(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Uttarakhand में NH-309 पर अधूरा पड़ा है बरसाती नालों पर पुलों का निर्माण, कई बार हो चुके हैं हादसे
Uttarakhand News: उत्तराखंड के रामनगर में नेशनल हाइवे 309 पर राज्यसरकार ने धनगढ़ी और पनोद बरसाती नाले पर 18 करोड़ की लागत से दो पुलों को बनाने की कवायद शुरू की थी.
Ramnagar News: उत्तराखंड में विकास की गति कितनी तेज है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड के रामनगर के नेशनल हाईवे 309 पर बनने वाले पुल पिछले 4 साल से जस के तस पड़े हैं. इन पुलों में आज तक एक ईट भी नहीं लग पाई है, जबकि हार साल यहां से गुजरने वाले सैकड़ों लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, जिसकी वजह से कई बार उनकी जान को भी खतरा हो जाता है.
उत्तराखंड के रामनगर में नेशनल हाइवे 309 पर राज्यसरकार ने धनगढ़ी और पनोद बरसाती नाले पर 18 करोड़ की लागत से दो पुलों को बनाने की कवायद शुरू की थी, जिसका शिलान्यास राज्यसभा सांसद और बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने एक मजदूर के द्वारा कराया था. पुलों का काम भी शुरू भी लेकिन वन महकमे ने इसमें टांग अड़ाना शुरू कर दिया और इसे रुकवा दिया.
वन विभाग की आपत्ति पर रुका काम
नेशनल हाईवे पर बनने वाले ये दोनों पुल कॉर्बेट पार्क की आपत्ति के बाद रोकने पड़े और आज तक ये रुके हुए हैं. वन विभाग और कॉर्बेट पार्क का कहना है कि इन पुलों की ऊंचाई कम है. इनको और ऊंचा बनाया जाए क्योंकि हाथी इनके नीचे से गुजर नहीं पाएंगे इसलिए इन पुलों को बनने से रोकना पड़ा.
पहले इन पुलों का बजट सिर्फ 18 करोड़ था, लेकिन अब दोबारा इनका बजट बनाया गया तो ये बढ़कर 40 करोड़ से ज्यादा हो गया है यही नहीं लोगों को अभी इनके लिए कितना इंतजार करना पड़ेगा ये कहना भी मुश्किल है. क्योंकि पहले कॉर्बेट पार्क से अनुमति लेनी होगी उसके बाद वाइल्ड लाइफ बोर्ड की अनुमति लेनी होगी फिर इनकी डीपीआर बनानी होगी तब ये शासन से पास होगा और इनका टेंडर लगेगा इसके बाद ही काम शुरू हो पाएगा.
कई बार हो चुके हैं बड़े हादसे
आपको बता दें नेशनल हाईवे 309 कॉर्बेट पार्क और रामनगर फॉरेस्ट डिविजन के बीच से होकर गुजरता है. इस हाईवे के एक तरफ कॉर्बेट पार्क है तो दूसरी तरफ रामनगर वन प्रभाग है. इन दोनों के बीच से होकर गुजरता है ये नेशनल हाईवे जो रानीखेत बद्रीनाथ के नाम से जाना जाता है. साथ ही कुमाऊं-गढ़वाल को भी जोड़ता है. सालाना लाखों की संख्या में पर्यटक इस हाईवे का इस्तेमाल करते हैं. बरसाती नालों की वजह से यहां कई बार बड़े हादसे भी हो चुके हैं.
प्रशासन ने दिया जल्द काम शुरू होने का भरोसा
इस मामले पर एबीपी ने कार्बेट पार्क के डायरेक्टर से बात की तो उन्होंने बताया कि पुल की ऊंचाई कम थी, जिसकी वजह से हाथी यहां से निकल नहीं पाते, इसलिए पीडब्ल्यूडी को पुलों की ऊंचाई 6 मीटर ऊपर करने को कहा गया है. वहीं पीडब्ल्यूडी सचिव पंकज पांडे ने कहा कि जल्द ही सारी कार्रवाई पूरी कर निर्माण शुरू किया जाएगा.