Uttarakhand Corbett National Park: उत्तराखंड में बाघों को नर्सरी कहे जाने वाले कॉर्बेट पार्क में बाघों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. वहीं उनकी सुरक्षा भी कॉर्बेट पार्क के लिए बड़ी जिम्मेदारी है. अब कॉर्बेट पार्क प्रशासन ने बाघों की सुरक्षा के लिए कुत्तों को रखा है. कॉर्बेट पार्क में बाघों की सुरक्षा के लिए 3 स्निफर कुत्ते लाए गए है. जो कॉर्बेट पार्क को सघन बाउंड्री पर नजर रखेंगे. कॉर्बेट नेशनल पार्क की सीमा उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से लगती है. जहां से अक्सर कई बार शिकारी कॉर्बेट नेशनल पार्क में घुस जाते हैं. इन शिकारियों को रोकने के लिए और इन पर कड़ी नजर रखने के लिए इन कुत्तों को कॉर्बेट नेशनल पार्क की सघन बाउंड्री पर अगस्त के दौरान इस्तेमाल किया जाएगा. 


आपको बता दें कि उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल में स्थित विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल के पार्क प्रशासन को तीन स्निफर डॉग्स मिले है. जो इस मानसून सत्र में कॉर्बेट पार्क की सघन बाउंड्री पर वनों और वन्यजीवों की कि जाएगी सुरक्षा करेंगे. इसको लेकर बार लोग मजाक भी करते है कि अब बाघों की सुरक्षा कुत्ते करेंगे. लेकिन ये सच है कि इन कुत्तों की सहायता से वन्य जीवो को सुरक्षा में काफी मदद मिलती है. इन कुत्तों को विशेष ट्रेनिंग मिलती है इन कुत्तों को WWF ने कॉर्बेट पार्क को दिया है.


कॉर्बेट प्रशासन के पास अब तक कुल 4 स्निफर डॉग्स
 स्निफर डॉग्स आसानी से संदिग्ध लोगों को चिन्हित कर सकते हैं. ये 3 स्निफर डॉग आइटीबीपी, ट्रैफिक इंडिया,डब्लू डब्लू एफ,और उत्तराखंड वन विभाग का  यह कोलैबोरेटिव(सयोगात्मक)प्रोजेक्ट है. कॉर्बेट पार्क की सबसे संवेदनशील बाउंड्री वाली सीमा पर इन डॉग्स से गश्त की जाएगी. इन डॉग्स को कॉर्बेट पार्क की स्पेशल ऑपरेशन टीम (SOG) को सुपुर्द किया गया है. इन डॉग्स को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के साथ ही कालागढ़ टाइगर रिजर्व में रखा गया है.अब कॉर्बेट प्रशासन के पास कुल 4  स्निफर डॉग्स हो चुके हैं.


तीनो स्निफर डॉग्स को छह महीने तक दी गई है ट्रेनिंग
यह तीनों स्निफर डॉग्स प्रशिक्षित है. इन तीनों डॉग्स और इनके हैंडलर्स को कार्बेट टाइगर रिजर्व की वन सुरक्षा इकाई में तैनाती दी गई है. इसमें बेल्जियन मेलिनोइस प्रजाति के लगभग एक वर्ष की उम्र के तीन स्निफर डॉग्स है. इनके नाम बड़ी ट्रॉस व जैकी हैं. यह डॉग्स सीटीआर के अंतर्गत वन एवं वन्यजीव सुरक्षा व्यवस्था में अहम भूमिका निभाएंगे. इन कुत्तों को सूंघ कर पहचानने की विशेष ट्रेनिंग मिली है. इनके हैंडलर्स को राष्ट्रीय श्वान प्रशिक्षण/ प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल भानू पंचकूला हरियाणा में छह माह का सघन प्रशिक्षण दिया गया है. यह कुत्ते वन्यजीवों के अंगों को सूंघकर पहचानने में कुशल है.


क्या बोले क्या बोले कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर 
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर डॉ धीरज पांडे ने एबीपी लाइफ से बात करते हुए बताया कि कॉर्बेट प्रशासन को तीन स्निफर डॉग्स मिले हैं, जिनसे पार्क की अति संवेदनशील संघन बाउंड्री पर इन डॉग्स के सहयोग से गश्त की जाएगी.उन्होंने बताया कि यह स्निफर डॉग्स वन्य जीव के अंगों को सूंघ कर पहचानने में सक्षम है, इनका प्रयोग कॉर्बेट पार्क की सघन बाउंड्री पर किया जाएगा,उन्होंने डी0 पाण्डेय ने बताया की इनका  प्रयोग शातिर तस्करों को पकड़ने में किया जा सकता है ये हमारे लिए काफी लाभकारी साबित होंगे. 


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