Char Dham Yatra 2022: चार धाम यात्रा के लिए इस साल पहुंच रहे रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु, बसें भी पड़ गईं कम
चार धाम यात्रा के लिए इस बाद काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. वहीं सोमवार को ऋषिकेश में चार धाम यात्रा के लिए बसों की कमी पड़ गई. इस कारण तीर्थयात्रियों को काफी परेशानी भी हुई.
Char Dham Yatra 2022: कोरोना काल के बाद शुरू हुई चार धाम यात्रा के लिए इस साल रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. देश के अलग-अलग राज्यों से आए तीर्थयात्रियों की भीड़ का ये आलम है कि यात्रा के प्रवेशद्वार ऋषिकेश में बसों की किल्लत हो गई है. वहीं बसें न मिलने की वजह से श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए नहीं निकल पा रहे हैं. इस दौरान ट्रैवल एजेंटों ने यात्रियों को बसों का बंदोबस्त होने तक धर्मशालाओं में रहने की व्यवस्था कराई है.
ऋषिकेश में सोमवार सुबह 11 बजे से बाद बसें मिलनी बंद हो गई
बता दें कि सोमवार सुबह कई राज्यों-मध्य प्रदेश,यूपी, राजस्थान, महाराष्ट्र आदि से भारी संख्या में तीर्थयात्री ऋषिकेश पहुंचे थे. इस दौरान चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड में फोटो रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ऋद्धालु बसों का इंतजार करने लगे, लेकिन सुबह 11 बजे चारधाम यात्रा के लिए बसें मिलनी पूरी तरह बंद हो गई. तीर्थयात्री घंटों बसों का इंतजार करते रहे लेकिन बसें उपलब्ध नहीं हो सकी और श्रद्धालु ऋषिकेश में ही फंस गए.
वहीं तीर्थयात्रियों की परेशानी को देखते हुए ट्रैवल एजेंटों ने उन्हें बताया कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की वजह से बसें कम पड़ गई हैं. उन्होंने बसों का इंतजार कर रहे तीर्थयात्रियों से एक दिन ऋषिकेश में ही रहकर धार्मिक स्थलों का दर्शन करने और धर्मशाला में ठहरने की सलाह दी.
बसों की किल्लत होने पर एआरटीओ ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई
बता दें कि बसों की कमी की वजह से सुलेखी माई धर्मशाला में एमपी से आए करीब 90 तीर्थ यात्री ठहरे थे. वहीं पंजाब सिंध क्षेत्र धर्मशाला में यूपी के 80 और भगवान भवन आश्रम में 35 यात्री ठहरे थे. वहीं पहाड़ी क्षेत्र के स्थानीय रूटों पर परिवहन व्यवस्था के चरमराने के बाद सोमवार को चारधाम में भी बसों की कमी की खबर सुनकर एआरटीओ अरविंद पांडेय ने परिवहन व्यवसायियों के साथ इमरजेंसी मीटिंग की. बैठक के दौरान एआरटीओ द्वारा परिवहन कंपनियों से लोकल रूट और चारधाम यात्रा के लिए रिजर्व बसों की लिस्ट मांगी गई. वहीं परिवहन विभाग की ओर से बसें मुहैया कराने का भरोसा भी दिया गया.
उत्तराखंड राज्य परिवहन निगम से 50 बसें मांगी गई हैं
बता दें कि चारधाम यात्रा के दौरान बसों की किल्लत न होने पाए इसके लिए परिवहन विभाग उत्तराखंड राज्य परिवहन निगम से 50 बसें और कुमाऊं मंडल से 25 बसों की मांग की है. एआरटीओ ने इस बाबत बताया कि इसे लेकर पात्राचार हो चुका है जल्द ही ऋषिकेश में बसें पहुंच जाएंगी. वहीं उन्होंने स्थानीय रूट के लिए यातायात सहकारी संघ ने 65 और रोटेशन समिति के 108 बसें आरक्षित किए जाने की बात भी कही.
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