Uttarakhand News: देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) आज भारत-चीन सीमा से जुड़े औली, माणा, इलाकों में पहुंचे और बदरीनाथ (Badrinath) में भगवान बदरी विशाल का दर्शन कर देश की खुशहाली और समृद्धि की कामना की. माणा में उन्होंने भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों से मुलाकात की और उनकी हौसला आफजाई किया. रक्षामंत्री ने उनके कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की. उन्होंने विजयदशमी (Vijayadashmi) के पावन पर्व पर सेना में प्रयोग होने वाले विभिन्न हथियारों की पूजा की और कहा कि भारत में शस्त्र और शास्त्र दोनों की पूजा होती है और ये हमारे सामाजिक और नैतिक मूल्यों को दर्शाता है.
भारत क्या बोल रहा है दुनिया सुनती है-रक्षामंत्री
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, भारत पहला देश है जहां अस्त्रों की पूजा होती है. यही नहीं भारत में शास्त्रों की भी पूजा होती है और अस्त्रों की भी पूजा होती है. राजनाथ सिंह ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश के जवान हमारे गौरव हैं. उन्होने कहा कि पहले इंटरनेशनल मंचों पर भारत की बात गंभीरता से नहीं सुनी जाती थी लेकिन अब भारत क्या बोल रहा है उसको दुनिया गंभीरता से सुनती है. दुनिया में कहीं घुसपैठ होती है तो दुनिया कहती है कि इसपर कमेटी बनाओ और इस कमेटी में देश के प्रधानमंत्री होने की बात करती है. ये हमारे लिए गौरव की बात है.
आंख उठाकर देखने वालों को नहीं करेंगे सहन- रक्षामंत्री
रक्षामंत्री ने कहा भारत सबसे शांतिप्रिय राष्ट्र है. हमने कभी किसी भी राष्ट्र की एक इंच भूमि पर भी अतिक्रमण नहीं किया. हम पूरी दुनिया में शांति और अमन के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को सुरक्षित चाहते हैं. उन्होंने कहा भारतीय फौज की पूरी दुनिया लोहा मानती है. इनकी वजह से देश की सीमाएं विषम परिस्थितियों में सुरक्षित हैं कोई भी हमारी तरफ आंख उठाकर देखेगा हम उसे सहन नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि सेना के बीच आज अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं.