एक्सप्लोरर
Advertisement
(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Dehradun News: कोरोना काल में लगाई गई टैक्सियों का अब तक नहीं हुआ भुगतान, प्रशासन पर उठे सवाल
Dehradun News: ये टैक्सी गाड़ियां कोरोना काल में 6 महीने तक चली थी. इनमें से 129 टैक्सी गाडियों का भुगतान नहीं हो पाया है. इन टैक्सी गाड़ियों का करीब 17 लाख 76 हजार रुपये का भुगतान बकाया है.
Dehradun News: देहरादून में प्रशासन की लापरवाही एक बड़ा नमूना देखने को मिला है. आलम ये है कि यहां पर कोरोना काल (Covid 19) में लगाई गई टैक्सियों का अब तक भुगतान नहीं हो पाया है. परेशान टैक्सी चालक अपने पैसों के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. डेढ साल का वक्त गुजर जाने के बाद भी टैक्सी चालकों को उनके हक का पैसा नहीं मिल पाया है.
कोरोना में लगी टैक्सियों का अब तक भुगतान नहीं
कोरोना महामारी के दौरान पूरी दुनिया में लोगों की जिंदगी पर ब्रेक सा लग गया था. कोरोना के दो साल बाद वापस पटरी पर लौटने में लंबा वक्त भी लग गया. कोरोना काल में जहां लोग अपनी जान बचाकर घरों में कैद थे वहीं टैक्सी चालकों ने प्रशासन का पूरा सहयोग दिया था. ये टैक्सी गाड़ियां कोरोना काल में 6 महीने तक चली थी. इनमें से 129 टैक्सी गाड़ियों का भुगतान नहीं हो पाया है. इन टैक्सी गाड़ियां का करीब 17 लाख 76 हजार रुपये का भुगतान बकाया है.
यही नहीं, नवंबर 2021 में रैणी गांव में आई आपदा और कासरो रेल दुर्घटना के दौरान भी टैक्सी संचालकों की 14 गाड़ियों का भी इस्तेमाल किया गया था. जिनका अब भी करीब 54,216 रुपये बकाया है. जिसको लेकर भी वाहन संचालक पैसे के भुगतान की मांग कर रहे हैं. इसके लिए टैक्सी संचालक लगातार दफ्तरों के चक्कर काट रहे है लेकिन एक साल का वक्त बीत जाने के बाद भी पैसों का भगतान नहीं हो पाया है.
देहरादून डीएम ने दिया ये आश्वासन
इस मामले पर देहरादून की जिलाधिकारी सोनिका का कहना है कि इस बारे में शासन को जानकारी दी गई है. उम्मीद है कि जल्द भुगतान हो सकेगा लेकिन बड़ा सवाल है कि आखिर इतना लंबा वक्त बीत गया, फिर किसकी लापरवाही से अब तक भुगतान अधर में लटका रहा. वहीं देहरादून आरटीओ ने इस बात को माना है की टैक्सी वालों का पैसा लंबे समय से रुका हुआ है जिसके लिए विभागीय स्तर से सभी कार्रवाई की जा चुकी है. इस संबंध में एडीएम और डीएम को पत्राचार भी कर दिया गया है लेकिन ये पैसा कब तक टैक्सी मालिकों तक पहुंचाया जाएगा इसके लिए कोई भी समय सीमा तय नहीं की गई है.
एक तरफ अपने पैसों के इंतजार में टैक्सी चालकों का लंबा समय गुजर गया है वहीं अब उनके सामने रोजी रोटी का भी संकट है. वहीं अधिकारी है जो अभी भी इंतजार की दिलासा दे रहे हैं. यहां सबसे बड़ी बात ये हैं कि जिन टैक्सी संचालकों ने कोरोना काल में अपनी सेवाएं, एक कोरोना वॉरियर्स के तौर पर दी, आखिर उन्हीं की अनदेखी का दोषी कौन है?
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, राज्य और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
IPL Auction 2025
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
बिहार
आईपीएल
बॉलीवुड
Advertisement