देहरादून, आईएएनएस। उत्तराखंड पुलिस राज्य में छिपे तब्लीगी जमात के लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्लान बना रही है। पुलिस ने चेतावनी देते हुए कहा कि छिपे लोग खुद ही पुलिस या स्वास्थ्य विभाग की टीमों के हवाले कर दें। वरना आज आधी रात के बाद पुलिस उनके खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाने को आजाद होगी। राज्य के डीजीपी अनिल कुमार रतुड़ी ने कहा कि इन लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश और उसके बाद हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।


डीजीपी ने आगे कहा कि पुलिस की किसी से कोई ज्यादती या निजी दुश्मनी नहीं है। कोरोना के इस बुरे दौर में समाज जिन हालातों से गुजर रहा है? ऐसे हालातों में भी संदिग्ध तब्लीगी जिस तरह का अमानवीय व्यवहार कर रहे हैं। देश में तमाम तब्लीगी यात्री कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद भी खुद को समाज के लोगों से अलग करने के बजाये हमारे-आपके ही बीच छिपने की कोशिश कर रहे हैं, उनका यह कृत्य किसी जखन्य अपराध से कम नहीं है।


डीजीपी ने कहा कि राज्य पुलिस का हर थाना चौकी और उन पर तैनात इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही-हवलदार तक संदिग्ध तब्लीगियों से बार-बार आग्रह कर रहे हैं कि, वे खुद को स्वास्थ्य विभाग या पुलिस टीमों के हवाले कर दें। ताकि वक्त रहते उन्हें क्वारंटाइन कराके कम से कम बाकी स्वस्थ लोगों को तो कोरोना पॉजिटिव होने से बचाया जा सके। इन तमाम गुजारिशों का तब्लीगियों पर कोई असर नहीं हो रहा है। लिहाजा अपने खिलाफ हत्या की कोशिश और जरुरत पड़ने पर पुलिस को हत्या तक की धाराओं में आपराधिक मामले दर्ज करने को तब्लीगियों ने ही मजबूर किया है।


बतादें कि पुलिस महानिदेशालय ने कल यानी 5 अप्रैल को एक आदेश भी जारी किया था। आदेश में राज्य में छिप कर रह रहे तबलीगियों से कहा गया कि वे, "6 अप्रैल 2020 यानि आज सोमवार-मंगलवार की मध्यरात्रि तक खुद को स्वास्थ्य विभाग या फिर पुलिस के हवाले कर दें। ताकि उन्हें एहतियातन बाकी समाज के स्वस्थ्य लोगों से अलग करने के लिए कोरोंटाइन कराया जा सके।"