Earthquake in Uttarakhand: उत्तराखंड में पिछले दो महीनों में छोटे-बड़े भूकंपों (Earthquake) से 16 बार धरती डोल चुकी है. मंगलवार रात को एक बार फिर आये भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत है. भूकंप का केंद्र बिंदु अफगानिस्तान रहने के बावजूद भी उत्तराखंड में जोरदार झटके महसूस किये गये. इससे पहले भी वैज्ञानिक कई बार उत्तराखंड में बड़े भूकंप आने की बात कह चुके हैं. हाल ही में Asian Seismological Commission, सिंगापुर के निदेशक परमेश बनर्जी ने कहा है कि उत्तराखंड में लंबे समय से कोई बड़ा भूकंप नहीं आया है, ऐसे में जिस तरह से एनर्जी जमा हो गई है, वो कभी भी एक बड़े भूकंप के रूप में सामने आ सकती है.
उत्तराखंड जोन 4 और जोन 5 पर आता है जो भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है. डॉ सुशील कुमार का कहना है कि वैज्ञानिक पूर्व में आए भूकंप और उस क्षेत्र के भूगर्भीय हलचलों के आधार पर ही इस बात पर रिसर्च करते हैं कि इस क्षेत्र में भूकंप का खतरा है या नहीं. वैज्ञानिक इस बात को कह चुके हैं कि इस क्षेत्र में कोई बड़ा भूकंप नहीं आया है ऐसे में बड़े भूकंप की संभावना बनी हुई है. यही वजह है कि उत्तराखंड में आ रहे लगातार भूकंप लोगों को डरा रहे हैं.
पांच सौ सालों से कोई बड़ा भूकंप नहीं आया है
उत्तराखंड में पिछले पांच सौ सालों से कोई बड़ा भूकंप नहीं आया है. इसीलिए उत्तराखंड सिस्मिक गैप माना जाता है. वैज्ञानिकों का दावा है कि यहां बड़े भूकंप को तो आना ही है इसमें कोई शक नहीं है. अचानक ऐसा भूकंप आ जाएगा तो स्थिति बिगड़ सकती है. इसलिए पहले से ही इसको लेकर स्टडी करना जरूरी है, पहले से एक अच्छी प्लानिंग की जरूरत है.