Uttarakhand News: उत्तराखंड विधानसभा चुनावों (Uttarakhand Assembly Elections) में बीजेपी (BJP) की जीत के बाद, पार्टी के अंदर मुख्यमंत्री को लेकर मंथन का दौर जारी है. देहरादून (Dehradun) से लेकर दिल्ली (Delhi) तक में बीजेपी के जिम्मेदार नेताओं के पेशानी की शिकन बढ़ गई है.
पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) के चेहरे पर बीजेपी ने चुनाव लड़ा और 70 में से 47 सीटें जीत ली है, वो खुद अपना चुनाव खटीमा से हार गये हैं. वहीं नवनिर्वाचित विधायकों का पार्टी दफ्तर में आने का सिलसिला जारी है.
अरविंद पांडे ने चुनाव जीत कर तोड़ा यह मिथक
गदरपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद अरविंद पांडे पार्टी कार्यालय पहुंचे. वहां उनका पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. अरविंद पांडे 2017 से 2022 तक बीजेपी की राज्य सरकार में शिक्षा मंत्री रहे हैं.
उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में यह मिथक रहा है कि, जो भी शिक्षा मंत्री रहा वह चुनाव हार गया है. हालांकि इस बार यह मिथक टूट गया, जहां उन्होंने इस सीट से लगातार तीसरी बार एक हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की.
श्रीनगर विधानसभा सीट से दूसरी बार चुनाव जीतने वाले धन सिंह रावत ने कही यह बात
इस बार फिर से राज्य की श्रीनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को चुनाव हराकर बीजेपी के धन सिंह रावत दूसरी बार विधायक बने. उन्होंने प्रदेश में बीजेपी की जीत की वजह, बीजेपी और मोदी लहर बताते मानते हैं.
खुद की जीत के सवाल पर उन्होंने साफ कहा कि मोदी मैजिक से ही बीजेपी की सरकार बनी है. धन सिंह रावत ने इस बार गणेश गोदियाल को कड़े मुकाबले में लगभग 587 वोटों के मामूली अंतर से हराया.
राज्य के नए मुख्यमंत्री पद के चुनाव को लेकर धन सिंह रावत ने कहा कि, पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी उसका वह ईमानदारी से निर्वहन करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि, अभी फिलहाल केंद्रीय नेतृत्व को यह तय करना है कि उत्तराखंड का मुख्यमंत्री कौन होगा."
श्रीनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के हार पर धन सिंह रावत ने तंज कसते हुए सलाह दी कि, उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए.
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