देहरादून: उत्तराखंड के कद्दावर नेता यशपाल आर्य की, विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में वापसी से उत्साहित पार्टी महासचिव हरीश रावत ने मंगलवार को कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (BJP) दल-बदल का खेल खेलेगी तो हम भी चूकेंगे नहीं. रावत ने कहा कि कांग्रेस दल-बदल को प्रश्रय नहीं देती.


हरीश रावत ने कहा, ''बीजेपी दल-बदल का खेल करेगी तो हम उसका जवाब देंगे, अब की बार हम भी चूकेंगे नहीं.'' साल 2017 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से 10 विधायक पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. इस बार भी अगले साल की शुरूआत में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों से पहले, उत्तरकाशी की पुरोली सीट से कांग्रेस विधायक रहे राजकुमार, कांग्रेस के समर्थन से जीते धनोल्टी के निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार और भीमताल के निर्दलीय विधायक बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. लेकिन आर्य और उनके नैनीताल से विधायक पुत्र संजीव को पार्टी में शामिल करवाकर कांग्रेस ने सत्ता विरोधी लहर को थामने की कोशिश में लगी बीजेपी को जबरदस्त झटका दिया है. 


जनता कांग्रेस को एक 'आवश्यक विकल्प' के रूप में देख रही है- हरीश रावत


इस संबंध में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि उन्हें वह 'शगुन की ठेकी' (मटकी) मानते हैं जो पूरी तरह से दही से भरी हुई है. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ''पिछली बार शगुन की ठेकी उनकी तरफ (बीजेपी में) चली गई थी जो इस बार हमारे पास आ गई है.'' कांग्रेस की प्रदेश चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष रावत ने कहा कि बीजेपी के कुशासन और हर मोर्चे पर विफलता से त्रस्त जनता कांग्रेस को एक 'आवश्यक विकल्प' के रूप में देख रही है.


रावत ने कहा, ''2017 के चुनाव में लोगों ने बीजेपी को कांग्रेस का केवल एक विकल्प माना लेकिन इस बार जनता कांग्रेस को बीजेपी का आवश्यक विकल्प मान रही है.'' इस बार के मुख्य चुनावी मुद्दों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि 'बीजेपी हटाओ', 'डबल इंजन फेल', 'किसानों को कुचला, दबाया', 'लोकतंत्र खतरे में' और 'अर्थव्यवस्था को चौपट किया' जैसे मुद्दे प्रमुख रहेंगे.


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