Electricity Crisis: उत्तराखंड (Uttarakhand) में गर्मी (Summer) बढ़ने के साथ ही बिजली का संकट भी गहरा गया है. मंगलवार को पूरे प्रदेश में बिजली को लेकर हाहाकार मचा रहा. जिसके चलते उद्योगों में चार से पांच घंटे तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में तीन से चार घंटे तक बिजली की कटौती की गई. वहीं आने वाले दिनों में बिजली का संकट और बढ़ने वाला है.


क्या बोले यूपीसीएल के डायरेक्टर
दरअसल, राज्य में बिजली की खपत पूरी करने के लिए यूपीसीएल को बाजार से बिजली खरीदनी पड़ रही है. बाजार से भी डिमांड के मुकाबले बिजली बहुत कम मिल पा रही है. ये बिजली यूपीसीएल 11 रुपये प्रति यूनिट से भी अधिक दाम पर खरीद रहा है. माना ये जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बिजली की कटौती से और परेशानी झेलनी पड़ सकती है. हालांकि यूपीसीएल के डायरेक्टर प्रोजेक्ट अजय कुमार अग्रवाल का कहना है कि उपभोक्ताओं की परेशानियों को दूर करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है.


क्या बोले थे ऊर्जा मंत्री
बता दें कि पिछले कई दिनों से कई राज्यों में लगातार बिजली संकट की खबरें सामने आ रही है. इस संबंध में पिछले दिनों केंद्रीय ऊर्जा मंत्री का भी बयान सामने आया था. हालांकि उन्होंने तब उत्तराखंड का जिक्र नहीं किया था. उन्होंने कहा था कि कोयले की कीमत में बढ़ोतरी के चलते यह समस्या उत्पन्न होने की संभावना बढ़ गई है. ऐसे में देश के तीन राज्यों में बिजली की कटौती भी शुरू कर दी गई है. बिजली का उत्पादन प्रभावित होने से आपूर्ति पर भी प्रभाव पड़ने लगा है. जिन तीन राज्यों के बारे में जिक्र किया जा रहा है उनमें आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और राजस्थान शामिल हैं.


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