Uttarakhand Electrictiy Tariff: उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग (Uttarakhand Electricity Regulatory Committee) ने साल 2023-24 के लिए बिजली टैरिफ (Electricity Tariff) प्लान घोषित किया है जिससे राज्य में बिजली उपभोक्ताओं (Electricity Consumer) को महंगाई का झटका लगने जा रहा है. यह पहला मौका है जब बिजली की दरों में 13.25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. जिसमें सबसे ज्यादा बिजली का भार घरेलू उपभोक्ताओं (Domestic Consumer) पर पड़ने जा रहा है. बिजली की बढ़ी हुई दरें 1 अप्रैल से लागू हो जाएंगी.
बिजली वितरण कंपनियों ने विद्युत नियामक आयोग को टैरिफ बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा था जिसके बाद बिजली की दरें बढ़ाई गई हैं. इस टैरिफ प्लान में सबसे ज्यादा बिजली के बढ़े दामों की मार आम जनता पर पड़ने जा रही है. घरेलू उपभोक्ताओं को अब 100 यूनिट तक प्रति यूनिट 25 पैसे अधिक देने होंगे. जबकि कॉर्मशियल उपभोक्ताओं को 30 से 80 पैसे अधिक चुकाने होंगे यानी उन्हें 0.57 फीसदी अधिक चुकाने होंगे. इसके अलावा उद्योगिक इकाइयों के लिए भी बिजली की दरें बढ़ाई गई हैं. औद्योगिक क्षेत्र के लिए बिजली की दर में 65 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाई गई है. उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग द्वारा जारी टैरिफ में केवल मछली पलकों को राहत दी गई है और उनको कॉमर्शियल स्लैब से हटाकर डोमेस्टिक में रखा गया है.
औद्योगिक क्षेत्र में 1.34 फीसदी बढ़ाई गई बिजली
हालांकि उन लोगों को इसमें राहत दी गई है जो अपने उपभोक्ता बिल जेनरेट होने के 10 दिन के भीतर ही पैसे जमा कर देंगे. उनपर बढ़े हुए दाम लागू नहीं होंगे. नई दर के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र में 1.34 प्रतिशत तक बिजली की दरें बढ़ाई गई हैं जबकि कमर्शियल बिजली में 0.57 प्रतिशत दाम बढ़ गए हैं. इसमें सबसे ज्यादा इजाफा रेलवे के लिए किया गया है. रेलवे के लिए बिजली की दरें 9.68 फीसदी बढ़ाई गई हैं. बता दें कि उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश कहा जाता है लेकिन यहां के हाइड्रो पावर का 30 फीसदी ही प्रदेश में इस्तेमाल होता है और बाकी बाहर भेजा जाता है.
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