Uttarakhand Vidhansabha Bharti Ghotala: विधानसभा में भर्तियों की जांच के लिए गठित एक्सपर्ट कमेटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है. समिति विधानसभा सचिवालय से उन सभी दस्तावेजों को खंगाल रही है जो भर्ती से संबंधित है. जानकारी के मुताबिक रविवार को ही समिति के सदस्यों ने विधानसभा सचिवालय में जाकर तमाम दस्तावेजों की जानकारी ली और आज भी समिति विधानसभा भर्ती की तमाम पत्रावलियों को छान रही है.
उत्तराखंड विधानसभा में हुए भर्ती घोटाले के बाद अब तमाम कर्मचारियों और अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं. क्योंकि एक्सपर्ट कमेटी ने अगले दिन से ही अपना काम शुरू कर दिया है. जो कर्मचारी विधानसभा में हीला हवाली कर रहे थे या वक्त पर नहीं पहुंच रहे थे. वह तमाम कर्मचारी अब समय पर दफ्तर आ रहे हैं, उधर एक्सपर्ट कमेटी ने छुट्टी के दिन रविवार को भी तमाम दस्तावेज खंगाले डालें. तीन समस्त सदस्य एक्सपर्ट कमेटी भर्ती से संबंधित हर वह दस्तावेज देख रही है. जिसमें भर्तियों की जानकारी है, वही जानकारी यह भी मिली है कि इस वक्त कमेटी ने विधानसभा की नियमावली का अध्ययन भी शुरू कर दिया है.
विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने शनिवार को विधानसभा में भर्तियों में हुई धांधली के लिए तीन सदस्य एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया था. जिसमें डीके कोटिया अध्यक्ष, सुरेंद्र सिंह रावत सदस्य और अवनेंद्र नयाल को शामिल किया गया है.
कांग्रेस सरकार के दौरान विधानसभा में अध्यक्ष रहते गोविंद सिंह कुंजवाल ने तकरीबन 153 भर्तियां की थी. जिनमें नियम कायदों को ताक पर रखा गया था और भाई भतीजावाद अपनाया गया था. कांग्रेस की सरकार जाने के बाद भाजपा सरकार में भी अध्यक्ष रहे प्रेमचंद अग्रवाल उनकी ही परिपाटी पर चलें और 72 लोगों की भर्ती कर दी. जिनमें में भी नियम कायदों को ताक पर रखा गया. कई नेताओं और अधिकारियों के करीबियों को विधानसभा में नौकरी दी गई. इसी को लेकर एक्सपर्ट कमेटी अब जांच कर रही है.
विधान सभा सचिवालय में भर्तियों का मामला तूल पकड़ने के बाद यह राजनीतिक मुद्दा बन गया था. भाजपा और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर था.उसी के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने इस एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया है. जो 2012 से लेकर 2022 में हुई भर्तियों की जांच कर रही है, और भर्तियों में कोई भी गड़बड़ी पाई जाती है तो इन सभी व्यक्तियों को निरस्त भी किया जा सकता है.
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