Farmers Protest may Harm BJP in Uttarakhand: उत्तराखंड में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Election 2022) नजदीक आ रहे हैं, वैसे वैसे उत्तराखंड से अलग राज्यों में चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर उत्तराखंड में भी डर सताने लगा है. हरिद्वार और उधम सिंह नगर (Haridwar and Udham singh Nagar) जनपद में बाहुल्य किसान (Farmers Dominated) जनपद होने के कारण अब यह माना जा रहा है कि, किसान आंदोलन के द्वारा भाजपा हटाओ अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें लगातार आंदोलन तेज होने की कवायद भी उत्तराखंड के साथ-साथ अलग राज्यों में देखी जा रही है. लिहाजा दोनों जनपद किसान बाहुल्य जनपद हैं, ऐसे में यह भी माना जा रहा है कि करीब 20 विधानसभा सीटों (20 Assembly seats) को किसान आंदोलन प्रभावित कर सकता है. हालांकि किसान आंदोलन के द्वारा इन दोनों जनपदों में होने वाली प्रभावित सीटों पर भाजपा नकार रही है.


बीजेपी को हो सकता है बड़ा नुकसान 


वहीं, कांग्रेस का कहना है कि, आगामी होने वाले विधानसभा चुनाव में केवल भाजपा को किसान आंदोलन प्रभावित करने वाला है, लिहाजा जिस तरह से कृषि कानून एवं अन्य तमाम मांगों को लेकर किसान आंदोलनरत हैं, तो उत्तराखंड में भी किसानों का रुख इस आंदोलन के प्रति है और आने वाले दिनों में भाजपा को उसका परिणाम भुगतना पड़ सकता है.


बीजेपी के लिए बड़ा खतरा 


इसके साथ-साथ किसानों के आंदोलन को लेकर आम आदमी पार्टी भी किसानों के प्रति संवेदना व्यक्त कर रही है. आम आदमी पार्टी का मानना है कि, जिस तरह से कई राज्यों में किसान आंदोलन चल रहे हैं, उसके साथ-साथ उत्तराखंड में भी किसानों का झुकाव भारतीय किसान यूनियन की ओर होता जा रहा है और आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका परिमाण भाजपा को नुकसान पहुंचा सकता है.



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