Uttarakhand Flood: उत्तराखंड में आसमान से बरसी आफत ने जिंदगी को अस्त-व्यस्त कर दिया है. सड़क पर भूस्खलन का मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं. चारों तरफ बाढ़ का मंजर है. जगह-जगह जलमाव से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. पानी निकासी नहीं होने से भी पहियों की रफ्तार थम गई है. नदी-नाले और तालाब पानी से भर गए हैं. घरों में बाढ़ का पानी घुसने को तैयार है. लोग पानी की वजह से घर की छत पर सहारा लेने को मजबूर हैं.


उत्तराखंड में आफत की बरस रही बारिश


रुद्रप्रयाग के केदारनाथ में लोगों की परेशानी तीन बाद फिर बढ़ गई. मौसम साफ रहने के बाद सोमवार की रात से बारिश शुरू हो गई. केदारनाथ यात्रा के पड़ाव फाटा में बारिश ने तबाही मचा दी. पहाड़ी टूटने से आठ कमरों वाला होटल और एक रेस्टोरेंट पूरी तरह ध्वस्त हो गया. होटल और रेस्टोरेंट का मलबे में नामोनिशान मिट गया. बोल्डर और मलबा गिरने से सड़क जाम हो गया. केदारनाथ हाईवे की पांच से अधिक रास्तों को बंद करने का फैसला लेना पड़ा. रास्ते बंद होने से जह-जगह हजारों केदारनाथ धाम यात्री फंस गए.


मलबे की चपेट में आए होटल और रेस्टोरेंट


मलबे की चपेट में दो लोग भी आ गए. सूचना पाकर मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. बड़ी मशक्कत से दोनों लोगों का सुबह रेस्क्यू होने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली. मलबे की चपेट में एक कार भी आ गई. फिलहाल केदारनाथ हाईवे फाटा सहित पांच से अधिक जगह बंद हैं. रास्ते में फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकालने की कवायद की जा रही है. लगातार बारिश के कारण हाईवे को खोलने में भी दिक्कतें हो रही हैं. केदारघाटी में हालात अस्त-व्यस्त हो गये हैं. बारिश से पैदा हुई मुसीबत में एक बड़े रिसोर्ट को भी खतरा पैदा हो गया है. 


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